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Donald Trump vs Elon Musk: क्या ट्रंप SpaceX की सरकारी कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द कर सकते हैं? विस्तार में समझें सभी संभावनाएं


हैदराबाद: अमेरिका में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव के पहले से लेकर डोनाल्ड ट्रंप के नए राष्ट्रपति बनने तक ट्रंप और दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क की दोस्ती पूरी दुनिया ने देखी थी. अमेरिका और दुनिया के जाने-माने बिजनेसमैन एलन मस्क कई बार खुले मंच पर खुलेआम डोनाल्ड ट्रंप के लिए चुनाव प्रचार करते हुए नज़र आए थे और ट्रंप की ओर से भी मस्क को सपोर्ट करते हुए देखा गया था, लेकिन आजकल ट्रंप और मस्क के रिश्ते में तनाव बढ़ गया है.

दरअसल, 5 जून 2025 यानी बीते गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात की ओर इशान किया कि वो अमेरिकी सरकार के साथ एलन मस्क के फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स को समाप्त कर सकते हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए एक सुक्षाव देते हुए लिखा कि, हमारे बजट में अरबों-खरबों डॉलर्स को बचाने का सबसे आसान तरीका यह है कि एलन की सरकारी सब्सिडी और कॉन्ट्रैक्ट्स को खत्म कर दिया जाए. मुझे इस बात की हैरानी हमेशा होती थी कि बाइडन सरकार ने ऐसा क्यों नहीं किया.”

जाहिर कि ट्रंप के इस सोशल मीडिया पोस्ट के बाद एलन मस्क के साथ उनके संबंधों में जबरदस्त तनाव बढ़ा. उसके बाद गुरुवार को ही एलन मस्क ने शुरू में ही ट्रंप सरकार को एक धमकी देते हुए कहा कि, वह अंतरिक्ष स्टेशन के लिए भविष्य में होने वाली सभी उड़ानों को रोक सकते हैं. हालांकि, बाद में मस्क ने अपनी इस धमकी को वापस ले लिया था. दरअसल, मस्क जानते हैं कि अमेरिका के रक्षा मंत्रालय यानी पेंटागन और स्पेस एजेंसी नासा के लिए उनकी कंपनी स्पेसएक्स की सेवाएं कितनी जरूरी और अहम हैं, और इसलिए इस मामले में उनकी स्थिति मजबूत है.

आइए अब हम आपको बताते हैं कि क्या ट्रंप के लिए एलन मस्क का कॉन्ट्रैक्ट्स खत्म करना आसान है या नहीं, ट्रंप के पास क्या विकल्प हैं, एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की अहमियत और अमेरिकी सरकार में भूमिका, अगर कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द हुए तो उसके नुकसान और एलन मस्क की अन्य कंपनियों पर इसका क्या असर पड़ेगा.

ट्रंप के लिए कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द करना आसान नहीं

डोनाल्ड ट्रंप ने एलन मस्क को उनके फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द करने की धमकी और बजट बचाने का सुझाव भले दिया हो लेकिन उनके लिए ऐसा करना आसान नहीं है. ऐसा इसलिए है क्योंकि पेंटागन और नासा दोनों ही स्पेस प्रोग्राम के लिए एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स पर बहुत ज्यादा निर्भर करती हैं. स्पेसएक्स स्पेस लॉन्च प्रोग्राम, सैटेलाइट और डेटा ट्रांसमिशन के क्षेत्र में नासा और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के लिए महत्वपूर्ण सेवाएं देता है.

ट्रंप के पास क्या विकल्प हैं

ऐसे में सवाल उठता है कि ट्रंप की सरकार एलन मस्क की कंपनियों पर नकेल कसने के लिए कौन-कौन से कदम उठा सकती है. ट्रंप अमेरिका की फेडरल रेगुलेटरी एजेंसियों को एलन मस्क की कई कंपनियों जैसे स्पेसएक्स, टेस्ला, एक्स, बोरिंग कंपनी और न्यूरालिंक की जांच तेज करने का आदेश दे सकते हैं.

इसके अलावा पेंटागन कॉन्ट्रैक्ट्स में मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की भूमिका को मुश्किल करने के लिए ट्रंप सिक्योरिटी क्लीयरेंस को रद्द भी कर सकते हैं. इसके अलावा ट्रंप स्पेसएक्स को नए कॉन्ट्रैक्ट्स देने में देरी या रोक लगा सकते हैं, जिससे उनके टक्कर देने वाली कंपनियां जैसे जेफ बेजोस की ब्लू ओरिजिन या यूनाइटेड लॉन्च एलायंस आदि को बढ़ाया मिल सकता है और फायदा भी हो सकता है.

स्पेसएक्स की अहमियत

एलन मस्क की स्पेस कंपनी स्पेसएक्स की अमेरिकी सरकार के अंतरिक्ष कार्यक्रमों में अहमियत हम आपको पहले ही बता चुके हैं, लेकिन इसे कुछ आंकड़ों से समझते हैं. स्पेसएक्स को संघीय सरकार ने पिछले करीब दस सालों में 18 अरब डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट्स दिए हैं. इनमें से 3.8 अरब डॉलर के कॉन्ट्रैक्ट्स तो सिर्फ साल 2024 में भी दिए गए हैं.

स्पेसएक्स नासा और पेंटागन के लिए इंटरनेशलन स्पेस स्टेशन, लूनर मिशन, सैन्य और जासूसी सैटेलाइट्स को लॉन्च करता है. इसके अलावा अमेरिका का मिसाइल सिक्योरिटी सिस्टम गोल्डन डोम ट्रंप के सबसे खास और मुख्य प्रोजेक्ट्स में से एक है, और वो स्पेसएक्स की लॉन्च और डेटा ट्रांसमिशन सर्विसेज़ पर निर्भर है.

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इसके अलावा स्पेसएक्स का वर्ल्ड फेमस और विश्वसनीय Falcon 9 Rocket कई मिशन्स को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुका है और इस पर अमेरिका का रक्षा मंत्रालय और स्पेस एजेंसी नासा दोनों भरोसा करते हैं. फाल्कन 9 रॉकेट स्पेसएक्स की प्रतिद्वंद्वी कंपनियों यानी ब्लू ओरिजिन, रॉकेट लैब, रिलेटिविटी स्पेस से बहुत बेहतर है.

स्पेसएक्स की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नासा ने बोइंग को भी एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में लेकर जाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया था. इसके तहत पिछले साल जून में बोइंग का स्टारलाइनर कैप्सूल सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 7 दिनों की अंतरिक्ष यात्रा पर लेकर गया था, लेकिन उसमें तकनीकी खराबी आ गई है, जिसके कारण दोनों एस्ट्र्रोनॉट्स की सिर्फ 7 दिनों की स्पेस जर्नी करीब 9 महीनों की मुश्किल स्पेस जर्नी में बदल गई.

उसके बाद नासा को एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स से ही हेल्प लेनी पड़ी और फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से Dragon Spacecraft सुनिता विलियम्स और उनके साथ अंतरिक्ष में फंसे साथी एस्ट्रोनॉट्स को 9 महीने बाद नीचे लेकर आया था. इससे स्पेसएक्स की अहमियत का पता चलता है.

कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द करने के नुकसान

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भले ही एलन मस्क के फेडरल कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द करने की बात कही हो, लेकिन अगर वो ऐसा करते हैं तो उससे अमेरिका के कई स्पेस प्रोग्राम को काफी नुकसान पहुंच सकता है. न्यू यॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट में मेंशन किए गए विशेषज्ञ लॉरा सिवर्ड फोर्सिक के अनुसार, स्पेसएक्स के कॉन्ट्रैक्ट्स रद्द करने पर, अमेरिका की एस्ट्रोनॉट्स को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन तक पहुंचाने की क्षमता भी खत्म हो सकती है. इसके अलावा चांद पर दोबारा ह्यूमन मिशन को सफल करने में भी देरी हो सकती है. यहां तक कि नासा की प्रवक्ता बेथानी स्टीवंस ने भी इस बात की ओर इशारा किया है कि ट्रंप के लिए स्पेसएक्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट्स को रद्द करना आसान नहीं होगा क्योंकि वो ट्रंप सरकार के स्पेस गोल्स के लिए काफी जरूरी हैं.

ट्रंप की धमकी से मस्क की अन्य कंपनियों पर क्या असर पड़ेगा

हमने आपको समझाया कि ट्रंप सरकार के लिए एलन मस्क के साथ स्पेस रिलेटेड कॉन्ट्रैक्ट्स को खत्म करना आसान नहीं होगा, लेकिन मस्क की अन्य कंपनियों पर इसका असर पड़ सकता है. ट्रंप प्रशासन मस्क की कंपनी टेस्ला, एक्स, बोरिंग कंपनी और न्यूरालिंक पर भी रेगुलेटरी प्रेशर बढ़ा सकता है. आपको बता दें कि 11 फेडरल एजेंसियां पहले से ही मस्क की इन कंपनियों की जांच कर रही है, जिसे अब ट्रंप तेज और कड़ी करवा सकते हैं.

उदाहरण के तौर पर फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन में लॉन्च सेफ्टी मसलों की जांच कर सकता है. पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (EPA) टेक्सास में स्थित स्पेसएक्स की लॉन्च साइट पर वाटर पॉल्यूशन की जांत कर सकता है. इसके अलावा अमेरिका का ट्रांसपोर्ट रेगुलेटरी एलन मस्क की ऑटोमोबाइल कंपनी टेस्ला के ऑटोपायलट से जुड़ी दुर्घटनाओं की भी जांच कर सकते हैं. ऐसे सभी जांचों से एलन मस्क की अन्य कंपनियों को नुकसान हो सकता है.

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