HomeतकनीकAxiom Mission 4: अंतरिक्ष से पृथ्वी के लिए रवाना हुए शुभांशु शुक्ला,...

Axiom Mission 4: अंतरिक्ष से पृथ्वी के लिए रवाना हुए शुभांशु शुक्ला, देखें लाइव वीडियो


हैदराबाद: Axiom Mission 4 के लिए अंतरिक्ष में गए भारत के शुभांशु शुक्ला समेत चारों एस्ट्रोनॉट्स पृथ्वी पर वापस आने के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से निकल चुके हैं. एक्सिम मिशन 4 और शुभांशु शुक्ला का ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट ने स्पेस स्टेशन से अनडॉकिंग कर ली है. ये सभी एस्ट्रोनॉट्स 18 दिनों के बाद इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पृथ्वी पर आ रहे हैं.

इस क्रू में मिशन पायलट Peggy Whitson, मिशन स्पेशलिस्ट्स – पोलैंड की Slawosz Uznanski-Wisniewski और हंगरी की Tibor Kapu शामिल हैं, जो अपने-अपने स्पेस सूट्स के साथ ड्रगैन स्पेसक्राफ्ट में बैठकर धरती पर आएंगे. उनकी यह यात्रा करीब 22.5 घंटे की होगी.

इंटरनेशनल स्पेस क्राफ्ट से कनेक्टेड ड्रैगन ग्रेस स्पेसक्राफ्ट का हैच भारतीय समयानुसार 2:37 PM पर बंद हुआ. उसके बाद इस क्रू का स्पेसक्राफ्ट ऑर्बिटल लैबोरटी से भारतीय समयानुसार 4:45 PM पर अनडॉक हुआ. स्पेस स्टेशन से दूर जाने के बाद ड्रैगन कैप्शूल नाम का स्पेसक्राफ्ट कई डिपार्चर बर्न्स करेगा और पहला बर्न हो चुका है. उसके बाद कई प्रोसेस को पूरा किया जाएगा, जिसकी डिटेल्स नीचे बनी टेबल में दी गई है.

Axiom Mission 4 वापसी की टाइमलाइन (भारतीय समयानुसार)

तारीख समय इवेंट
14 जुलाई 2:50 PM Dragon Hatch Closure (कैप्सूल का हैच बंद)
14 जुलाई 4:35 PM Dragon का ISS से स्वचालित Undocking
14 जुलाई 4:35 PM Departure Burn 0
14 जुलाई 4:40 PM Departure Burn 1
14 जुलाई 5:28 PM Departure Burn 2
14 जुलाई 6:15 PM Departure Burn 3
15 जुलाई 2:07 PM Deorbit Burn (पृथ्वी के लिए ऑर्बिट से बाहर निकलने की प्रक्रिया होगी)
15 जुलाई 2:26 PM Trunk Jettison (ट्रंक को अलग किया जाएगा)
15 जुलाई 2:30 PM Nosecone Closed (नोसकोन को बंद किया जाएगा)
15 जुलाई 2:57 PM Drogue Parachutes Deploy (स्टेबलाइज़िंग पैराशूट खुलेंगे)
15 जुलाई 2:58 PM Main Parachutes Deploy (मुख्य पैराशूट खुलेंगे)
15 जुलाई 3:00 PM Dragon का Splashdown कैलिफ़ोर्निया के तट पर होगा

आपको बता दें कि ऊपर टेबल में इस स्पेसक्राफ्ट के वापस आने की टाइमलाइन पहले तय की गई शेड्यूल के आधार पर मेंशन की गई है. इस टाइमलाइन में कुछ मिनटों का बदलाव हो सकता है, जैसे स्पेसक्राफ्ट को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अनडॉक करने के लिए भारतीय समयानुसार 4:35 PM का टाइम निर्धारित किया गया था, लेकिन अनडॉकिंग करने में तय समय से 10 मिनट की देरी हुई और 4:45 PM पर अनडॉकिंग हो पाई. ऐसे ही आगे के प्रोसेस के लिए निर्धारित टाइम में कुछ बदलाव हो सकते हैं.

Axiom Mission 4 के क्रू की वापसी का रूट (इमेज क्रेडिट: SpaceX)

अंतरिक्ष में बिताए 18 दिन

18 दिनों तक स्पेस स्टेशन में रहने के बाद पृथ्वी पर वापस आने से पहले चारों एस्ट्रोनॉट्स के लिए एक विदाई समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में सभी देशों के एस्ट्रोनॉट्स ने अपनी-अपनी बातें कही और उस दौरान भारत के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला ने भी कही खास बातें बोली. उन्होंने 41 साल पहले भारत की ओर से पहली बार अंतरिक्ष में गए राकेश शर्मा के शब्दों को दोहरता हुए कहा कि, ‘अंतरिक्ष से भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है.’

उन्होंने कहा, “41 साल पहले कोई भारतीय अंतरिक्ष में गए थे और उन्होंने हमें बताया था कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है और मुझे ऐसा लगता है कि आज भी सभी लोग यही जानना चाहते हैं कि आज भारत कैसे दिखता है. मैं आपको बताता हूं कि आज का भारत अंतरिक्ष से महत्वाकांक्षी, निडर, आत्मविश्वासी और गर्व से भरा हुआ दिखता है. इन्हीं कारणों की वजह मैं एक बार फिर से कह सकता हूं कि, आज का भारत अभी भी सारे जहां से अच्छा दिखता है. जल्द ही धरती पर मुलाकात करते हैं. धन्यवाद!”

स्पेसक्राफ्ट का स्प्लैशडाउन 15 जुलाई को भारतीय समयानुसार दोपहर 3 बजे अमेरिकी शहर कैलिफ़ोर्निया के तट पर होगा. वापसी के बाद, सभी चार एस्ट्रोनॉट्स को 7 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम (rehabilitation programme) को पूरा करना होगा. यह कार्यक्रम अंतरिक्ष से लौटने वाले एस्ट्रोनॉट्स के लिए इसलिए जरूरी होता है, क्योंकि उनकी बॉडी को माइक्रोग्रैवेटी में रहने की आदत हो जाती और उसे फिर ग्रैवेटी वाले माहौल में एडजस्ट करने में टाइम लगता है.

इस कार्यक्रम के बारे में इसरो ने कहा कि, गगनयात्री (शुभांशु शुक्ला) को पृथ्वी की ग्रैवेटी में फिर से खुद को एडजस्ट करने में मदद होगी और इसलिए ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. एक्सिम स्पेस ने अपने एक बयान में बताया कि, शुभांशु शुक्ला और उनके क्रू-मेंबर्स ने ऑर्बिटल लैबोरटरी में रहते हुए अंतरिक्ष में करीब 100 लाख किलोमीटर (96.5 लाख किलोमीटर) का सफर तय किया है और करीब 230 सनराइज़ यानी सूर्योदय देखे हैं.

यह भी पढ़ें: ‘भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है’, अंतरिक्ष से शुभांशु शुक्ला ने दोहराए राकेश शर्मा के शब्द, देखें वीडियो

एक नजर