उत्तराखंड के अधिकांश इलाकों में उमसभरी गर्मी चल रही है, लेकिन तीव्र बौछारों के दौर भी जारी हैं। राज्य में वर्षा का क्रम कुछ धीमा है, लेकिन कुमाऊं के कुछ इलाकों में तीव्र वर्षा के दौर जारी हैं। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों में प्रदेश के निचले इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन दिनों में प्रदेश के निचले इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। जबकि पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा के आसार हैं।उत्तराखंड में मौसम की स्थिति विस्तार से बताई गई है। दून में बुधवार की मध्यरात्रि को जमकर वर्षा हुई थी, और उसके बाद गुरुवार को बादलों की आंख-मिचौनी और कहीं-कहीं तीव्र बौछारें भी हुईं।
कोटद्वार और इसके आसपास के क्षेत्रों में गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर मूसलधार बारिश हुई थी, जिसके कारण यातायात पर बाधा आई और कुछ स्थानों पर मलबा भी आया था। इसके परिणामस्वरूप कुछ स्थानों पर राजमार्ग बंद हो गया था, जिससे कुछ वाहन फंसे हुए थे।
इस मौसम के बदलाव के समय, सभी यात्रियों को सुरक्षित रहने के लिए सतर्क रहना चाहिए और सरकारी अधिकारियों द्वारा जारी की गई सभी चेतावनियों का पालन करना चाहिए।
आपके द्वारा बताई गई मौसम की स्थिति के अनुसार, यहां प्रदेश के कुछ जिलों में भारी वर्षा की संभावना है।
1. रुड़की और आसपास क्षेत्र: यहां उमस भरी गर्मी जारी है और लंबे समय से वर्षा नहीं हुई है।
2. हरिद्वार और आसपास क्षेत्र: बादल छाए हुए हैं और हल्की हवा चल रही है। सुहावना मौसम है और बारिश की संभावना है।
3. हल्द्वानी: गुरुवार रात को अंधड़ और बारिश के बाद बादल छाए हुए हैं।
4. भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट: मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, आज प्रदेश के सात जिलों में भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसमें देहरादून, पौड़ी, टिहरी, हरिद्वार, चंपावत, नैनीताल, और ऊधम सिंह नगर शामिल हैं, जहां भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
5. अन्य जिले: उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ में भी तीव्र वर्षा के दौरान गरज-चमक के साथ वर्षा हो सकती है।
यातायात और सामाजिक गतिविधियों के लिए अपने स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी की गई सभी चेतावनियों का पालन करना सुनिश्चित करें।