इस धरती पर सभी जगहें और उनका तापमान एक जैसा नहीं होता है. हर जगह अलग-अलग मौसम और टेंपरेचर देखने को मिलता है. कहीं बहुत ठंड होती है तो कहीं बहुत गर्मी. ऊंचाई, भूमध्य रेखा से दूरी और समुद्री धाराओं के प्रभाव जैसे कई फैक्टर्स के कारण अलग-अलग जगहों पर तापमान अलग-अलग होता है. ऐसे में आज हम आपको इस खबर के जरिए एक ऐसी जगह के बारे में बताएंगे जहां इतनी गर्मी होती है कि उस जगह को नर्क का दरवाजा कहा जाता है…
पृथ्वी पर सबसे अजीब जगहों और नरक के प्रवेश द्वार और यहां तक कि मौत की भूमि के रूप में जाना जाने वाला दानाकिल डिप्रेशन इथियोपिया के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक है. गर्म झरने, एसिड पूल, नमक के पहाड़ और भाप से भरी दरारें इसे एक दूसरे ग्रह जैसा बनाती हैं, और यही कारण है कि वैज्ञानिक सौर मंडल के अन्य ग्रहों के बारे में शोध करने के लिए इस स्थान का उपयोग करते हैं.
जानिए धरती के किस इलाके को कहा जाता है नर्क का द्वार, जहां जमीन के साथ आसमान से भी बरसती है आग (GETTY IMAGES)
डानाकिल डिप्रेशन, जिसे अफार त्रिभुज (The Afar Triangle) भी कहा जाता है, इथियोपिया में स्थित एक जियोलॉजिकल डिप्रेशन है जो समुद्र तल से लगभग 125 मीटर नीचे है. यह दुनिया के सबसे गर्म और सबसे निचले स्थानों में से एक है, जहां तापमान 50 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक हो सकता है. यह क्षेत्र तीन टेक्टोनिक प्लेटों के जंक्शन पर स्थित है, जिसके परिणामस्वरूप ज्वालामुखी गतिविधि और दरार घाटियों का निर्माण होता है.
डानाकिल डिप्रेशन कैसे बना?
दानाकिल इथियोपिया के सुदूर नॉर्थ ईस्ट भाग में स्थित जियोलॉजिकल डिप्रेशन अफार ट्रायंगल का एक हिस्सा है, जहां तीन टेक्टोनिक प्लेटें धीरे-धीरे अलग हो रही हैं. यह क्षेत्र लाल सागर का हिस्सा हुआ करता था. समय बीतने के साथ, ज्वालामुखी विस्फोट के कारण समुद्र भाप में बदल गया और उस स्थान से गायब हो गया.
आज से लगभग 50,000 साल पहले, इथियोपिया लाल सागर और अरब सागर से जुड़ा हुआ था, जिससे विशाल एडियन सागर बना था. लेकिन, जलवायु परिवर्तन और भू-आकृति में बदलाव के कारण, एडियन सागर धीरे-धीरे सिकुड़ गया और अंततः गायब हो गया, जिससे इथियोपिया लैंडलॉक बन गया.

जानिए धरती के किस इलाके को कहा जाता है नर्क का द्वार, जहां जमीन के साथ आसमान से भी बरसती है आग (GETTY IMAGES)
कैसा है यहां का क्लाइमेट
यहां का तापमान बहुत ज्यादा होता है और बारिश बहुत कम होती है. यहां पीले, नारंगी, लाल, नीले और हरे रंग की झीलें देखने को मिलती हैं. इन झीलों में रंग मैग्मा में मौजूद खनिजों और नमक के बीच प्रतिक्रिया से उत्पन्न होते हैं. यानी जब नमक मैग्मा में मौजूद खनिजों के साथ प्रतिक्रिया करता है, तो यह इन खूबसूरत रंगों को जन्म देता है. जैसे ही गर्मी पानी को वाष्पित करती है, जमीन पर रंगीन पपड़ी जैसी परतें विकसित होती हैं, जो रहस्यमय तरीके से डिप्रेशन में ठंडी फिरोजा झीलों के साथ मिल जाती हैं. वहीं, दानाकिल डिप्रेशन इथियोपिया में स्थित एक जगह है जहां सल्फ्यूरिक एसिड से भरी झीलें हैं, जिन्हें एसिड लेक या सल्फ्यूरिक पूल के रूप में जाना जाता है. ये झीलें पृथ्वी पर सबसे गर्म और नमकीन झीलों में से हैं.
अगर आप डानाकिल डिप्रेशन की यात्रा की योजना बना रहे हैं इसे ध्यान में रखें
डानाकिल बहुत गर्म और एसिडिक जगह है, इसलिए अगर आपको वहां कोई गीला तालाब या बुदबुदाता पूल दिखे तो उसमें अपनी उंगली न डुबोएं. इसके साथ ही उस क्षेत्र में चलने के लिए उपयुक्त जूते पहनें, भू-आकृति (Landforms) क्षेत्रों पर सावधानी से चलें, सही रास्ते और कहां कदम रखना है इसका ध्यान रखें, उस जगह पर घूमने के लिए स्थानीय गाइड की मदद लें
इस क्षेत्र में घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च के बीच है. हालांकि, तब भी तापमान बहुत अधिक और असहनीय होता है. दानाकिल डिप्रेशन के लिए दिन की यात्राएं आमतौर पर विक्रो शहर से सुबह 4:00 बजे के आसपास शुरू होती हैं. इस जगह पर जाने के लिए हेलीकॉप्टर की सवारी भी उपलब्ध है.
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