नई दिल्ली, 5 जून (आईएएनएस) इंडस्ट्री बॉडी फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के पूर्व अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा ने गुरुवार को कहा कि इंडिया-सेंट्रल एशिया बिजनेस काउंसिल भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए सुभ्रकांत पांडा ने कहा कि भारत के मध्य एशियाई क्षेत्र के साथ कई शताब्दियों पुराने ऐतिहासिक संबंध हैं और इंडिया-सेंट्रल एशिया बिजनेस काउंसिल का उद्देश्य वास्तव में इसे और मजबूत बनाना और अधिक आर्थिक जुड़ाव को बढ़ावा देना है।
उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के संवाद विशेष रूप से दोनों पक्षों के व्यवसायों के लिए एक साथ आने का अवसर प्रदान करेंगे, बल्कि मुझे लगता है कि यह न केवल सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों को मजबूत करने में मदद करेगा बल्कि नए रास्ते भी तलाशेगा जहां दोनों पक्षों के व्यवसायों को सहयोग करना चाहिए।
आईएएनएस के साथ बातचीत में पांडा ने आगे कहा कि ऊर्जा, फार्मा, कृषि और फूड प्रोसेसिंग आदि ऐसे विशिष्ट क्षेत्र हैं जिनमें दोनों रीजन काफी तेजी से आगे बढ़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में हुए सभी संबोधनों में पर्यटन का जरूर जिक्र हुआ था। मुझे लगता है कि व्यवसायों के अलावा लोगों के बीच अधिक जुड़ाव वास्तव में संबंधों को मजबूत करता है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इंडिया-सेंट्रल एशिया बिजनेस काउंसिल में भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर के साथ कजाकिस्तान, किर्गिजस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने भी भाग लिया।
विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर 6 जून 2025 को नई दिल्ली में इंडिया-सेंट्रल एशिया डायलॉग की चौथी बैठक के लिए इन देशों के विदेश मंत्रियों की मेजबानी करेंगे। डायलॉग की तीसरी बैठक भारत द्वारा दिसंबर 2021 में नई दिल्ली में आयोजित की गई थी।
–आईएएनएस
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