उत्तर प्रदेश के बदायूं से प्रेमी से मिलने देहरादून पहुंची किशोरी को छुड़ाने के प्रयास में रेलवे स्टेशन पर हंगामा मच गया। इस दौरान हिंदू और मुस्लिम संगठनों के लोग आमने-सामने आ गए। आरोप है कि मुस्लिम संगठन की तरफ से जमकर पत्थरबाजी की गई, जिसमें कुछ व्यक्तियों को हल्की चोटें आईं। उपद्रवियों ने 10 से अधिक वाहनों में भी तोड़फोड़ की।
लगभग दो घंटे तक चले इस घटनाक्रम के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया, तब जाकर स्थिति नियंत्रण में आई। किशोरी मुस्लिम समुदाय से है, जबकि युवक हिंदू है और सेलाकुई में नौकरी करता है। आरोप है कि कुछ लोग सुनियोजित तरीके से वाहनों में पत्थर भरकर लाए थे और उन्होंने माहौल बिगाड़ने के लिए पथराव किया। देर रात एसएसपी अजय सिंह ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर इस घटना के संबंध में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की।
किशोरी ने घर लौटने से किया इनकार
पुलिस के मुताबिक, बदायूं की रहने वाली किशोरी घर से भागकर पहले लखनऊ गई और वहां से गुरुवार सुबह करीब 10 बजे देहरादून पहुंची। इसके बाद उसने अपने प्रेमी अजय को फोन करके रेलवे स्टेशन बुलाया। अजय भी बदायूं का निवासी है और सेलाकुई में नौकरी करता है। करीब 11 बजे अजय रेलवे स्टेशन पहुंचा और किशोरी को घर लौटने के लिए कहा, लेकिन उसने इसके लिए राजी नहीं हुई। इस पर अजय किशोरी को लेकर रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) थाने गया।
आरपीएफ ने किशोरी से पूछताछ के बाद बदायूं पुलिस से संपर्क किया, तब पता चला कि वहां उसकी गुमशुदगी दर्ज है। बदायूं पुलिस ने किशोरी के परिवार को उसके देहरादून में होने की सूचना दी, जिसके बाद परिवार ने देहरादून में रहने वाले अपने परिचितों से संपर्क किया। इस दौरान रेलवे स्टेशन पर मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र होने लगे। इसी बीच, युवक ने हिंदू संगठनों से भी संपर्क किया, जिसके बाद हिंदू संगठन से जुड़े लोग भी रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए।
इससे रेलवे स्टेशन पर माहौल संवेदनशील होता चला गया, जिसके बाद पुलिस ने युवक को जीआरपी थाने और किशोरी को आरपीएफ थाने में रखा। साथ ही, अतिरिक्त पुलिस बल को भी बुला लिया गया। पुलिस की इस सक्रियता के चलते दिन में माहौल सामान्य रहा, लेकिन रात करीब नौ बजे हिंदू और मुस्लिम संगठनों के लोग आमने-सामने आ गए और पत्थरबाजी शुरू हो गई। इससे रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई और उपद्रवियों ने कई वाहनों को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। हालात बिगड़ने पर कई थानों की पुलिस को रेलवे स्टेशन भेजा गया। जब स्थिति नियंत्रण में नहीं आई, तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया, तब जाकर करीब 11 बजे भीड़ तितर-बितर हुई।
देर रात पहुंचे किशोरी के परिवार वाले
हंगामा खत्म होने के बाद किशोरी के परिवार के सदस्य पुलिस के साथ देहरादून पहुंचे, और आरपीएफ ने किशोरी को उनके सुपुर्द कर दिया। युवक का भाई भी सेलाकुई में रहता है, लेकिन उसने मौके पर आने से मना कर दिया। इस कारण जीआरपी की टीम युवक को सेलाकुई में उसके भाई के पास छोड़कर आई। उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस देर रात तक रेलवे स्टेशन पर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच में लगी
हालात बिगड़ने के कारण
हिंदू संगठनों से जुड़े लोगों को यह आशंका थी कि पुलिस अजय को जेल भेज सकती है और उसके साथ मारपीट हो सकती है। वहीं, मुस्लिम संगठनों के लोग चिंतित थे कि कहीं किशोरी को युवक के साथ न भेज दिया जाए। बताया जा रहा है कि इसी मुद्दे को लेकर दोनों पक्ष आमने-सामने आए।