Homeलाइफस्टाइलआईआईटी की लेबोरेट्री इमारतों, हवाईअड्डों, मेट्रो परियोजनाओं में अग्नि सुरक्षा बढ़ाएगी

आईआईटी की लेबोरेट्री इमारतों, हवाईअड्डों, मेट्रो परियोजनाओं में अग्नि सुरक्षा बढ़ाएगी

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नई दिल्ली, 12 दिसंबर (आईएएनएस)। देश में अग्नि सुरक्षा इंजीनियरिंग को बढ़वा देने के मकसद से आईआईटी-जीएन ने एक खास लेबोरेट्री विकसित की है। इससे ऊंची इमारतों, हवाईअड्डों, मेट्रो रेल और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में अग्नि सुरक्षा को बढ़ाया जा सकेगा। आईआईटी की शाह भोगीलाल जेठालाल फॉर पैसिव फायर सिस्टम टेस्टिंग लेबोरेट्री अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर आधारित एक उन्नत प्रयोगशाला है।

यह अत्याधुनिक सुविधा फायर दरवाजे, दीवारों, डैम्पर्स, फायर पर्दे, दरवाजे के हार्डवेयर, हॉरिजॉन्टल थ्रु पेनीट्रेशन फायरस्टॉप्स और 3 गुणा 3 मीटर आकार तक के ऐसे अन्य उत्पादों का परीक्षण करने के लिए सुसज्जित है। यह उद्योगों को नए उत्पादों को विकसित करने और विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय बिल्डिंग कोड्स का अनुपालन करने में मदद करेगा।

अहमदाबाद स्थित शाह भोगीलाल जेठालाल एंड ब्रदर्स (एएएजी इंडिया) के मैनेजिंग पार्टनर मुकेश शाह ने अपने दादा शाह भोगीलाल जेठालाल की याद में इस विश्वस्तरीय लैब की स्थापना में सहयोग दिया है।

आईआईटी की यह नई प्रयोगशाला देश में अग्नि सुरक्षा बढ़ाने में उपयोगी पैसिव फायर बैरियर के निर्माण के लिए अनुसंधान एवं विकास और परीक्षण प्रयासों में सहायता करेगी। इसे सेंटर फॉर सेफ्टी इंजीनियरिंग के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय मानक निकायों से मान्यता प्राप्त है। यह सार्वभौमिक रूप से स्वीकार्य उत्पादों के डिजाइन और निर्माण में वैश्विक मानकों को प्राप्त करने में भारतीय निर्माताओं की सहायता करेगी। यह भारत में इस क्षेत्र में मेक इन इंडिया प्रयासों को बढ़ावा देगी और भारत से ऐसे उत्पादों के निर्यात को बढ़ाने में मदद करेगी।

इस लैब के उपकरण का स्वदेशी डिजाइन इसे लागत प्रभावी भी बनाता है, जिसके परिणामस्वरूप ग्राहकों के लाभ के लिए मौजूदा उत्पाद डिजाइन और लागत का अनुकूलन होगा।

आईआईटी-जीएन के निदेशक प्रो. रजत मूना ने कहा, हमने पिछले कुछ वर्षो में आवासीय, व्यावसायिक या औद्योगिक स्थानों के डिजाइन और उपयोग में बड़े पैमाने पर बदलाव देखे हैं, जो हमें आग के खतरों से सुरक्षा प्रदान करने वाले उत्पादों के निरंतर अनुसंधान और विकास की भी मांग करते हैं। हमें खुशी है कि हमारी टीम, मुकेशभाई के उदार सहयोग के साथ, स्वदेशी रूप से अंतर्राष्ट्रीय मानकों की यह प्रयोगशाला विकसित कर सकी। मुझे विश्वास है कि यह अभिनव उत्पादों के विकास और परीक्षण में भारतीय निर्माताओं की मदद करेगा और मेड इन इंडिया अग्नि सुरक्षा उपकरणों के निर्माण को बढ़ावा देगा।

मुकेश शाह ने कहा, हम इस विश्वस्तरीय प्रयोगशाला सुविधा की स्थापना के माध्यम से अग्नि सुरक्षा के उद्देश्य को गति देने के लिए आईआईटी के साथ साझेदारी करके उत्साहित हैं। आवासीय और औद्योगिक परियोजनाओं में विभिन्न प्रकार की सामग्रियों के तेजी से बदलते उपयोग के साथ बाग से किसी भी प्रकार के खतरे को समझना और उससे निपटने के लिए अग्नि सुरक्षा इंजीनियरिंग को बढ़ावा देना समय की जरूरत है। हमें यकीन है कि यह सुविधा हमारे समाज की सुरक्षा की दृष्टि से अग्निशमन उत्पादों को विकसित करने में मदद करेगी।

–आईएएनएस

जीसीबी/एसजीके

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