बालों का झड़ना सिर्फ बाहरी उपचारों पर निर्भर नहीं होता, बल्कि इसके लिए आंतरिक स्वास्थ्य, जीवनशैली, और आहार भी जिम्मेदार होते हैं। यहां कुछ सामान्य कारण दिए गए हैं जिनकी वजह से बालों का झड़ना रुक नहीं रहा:
1. हॉर्मोनल असंतुलन
हॉर्मोनल परिवर्तन बालों के झड़ने का एक प्रमुख कारण हो सकता है। खासकर महिलाओं में प्रेगनेंसी, मेनोपॉज़, या थायरॉइड जैसी समस्याओं के दौरान हॉर्मोनल असंतुलन के कारण बालों का झड़ना बढ़ सकता है। पुरुषों में डाईहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (DHT) हार्मोन के बढ़ने से भी बालों का झड़ना हो सकता है, जो बालों के रोम को नुकसान पहुंचाता है।
2. पोषण की कमी
बालों के स्वास्थ्य के लिए उचित पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण है। अगर आपके आहार में आवश्यक विटामिन और खनिजों की कमी है, जैसे कि आयरन, जिंक, बायोटिन, और विटामिन D, तो इससे बालों का झड़ना बढ़ सकता है। प्रोटीन की कमी भी बालों की गुणवत्ता को प्रभावित करती है, क्योंकि बाल मुख्य रूप से केरेटिन नामक प्रोटीन से बने होते हैं।
3. तनाव और मानसिक स्वास्थ्य
लंबे समय तक तनाव में रहना बालों के झड़ने का कारण बन सकता है। आलोपेसिया एरिएटा नामक बीमारी में तनाव के कारण बाल झड़ने लगते हैं। मानसिक तनाव के साथ-साथ डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याएं भी बालों के स्वास्थ्य पर असर डाल सकती हैं।
4. गलत हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल
बहुत से लोग बालों की देखभाल के लिए ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं, जो उनके बालों की प्रकृति के अनुसार नहीं होते। शैम्पू, कंडीशनर, या हेयर डाई में मौजूद हानिकारक रसायन (जैसे सल्फेट्स और पैराबेन्स) बालों के लिए हानिकारक हो सकते हैं और बालों के झड़ने का कारण बन सकते हैं। अगर आप बालों के लिए सही उत्पाद का चयन नहीं कर रहे हैं, तो इसका प्रभाव झड़ते बालों के रूप में दिख सकता है।
5. अनुवांशिकी (Genetics)
बालों का झड़ना कई बार जेनेटिक कारणों से भी होता है। यदि आपके परिवार में किसी को बालों का झड़ना या गंजापन हुआ है, तो आपके लिए भी यह संभावना बढ़ सकती है। एंड्रोजनिक ऐलोपेसिया (Male Pattern Baldness या Female Pattern Baldness) एक सामान्य जेनेटिक स्थिति है, जो बालों के झड़ने का कारण बनती है।
6. सेल्फ-केयर की कमी
सही तरीके से बालों की देखभाल न करने से भी बाल झड़ सकते हैं। बार-बार बालों को कसकर बांधना, गीले बालों में कंघी करना, या गर्म पानी से बाल धोना भी बालों को नुकसान पहुंचा सकता है। यही नहीं, प्रदूषण, धूल, और धूप का लगातार संपर्क भी बालों की सेहत को प्रभावित करता है।
7. दवाइयां और स्वास्थ्य समस्याएं
कुछ दवाइयां जैसे एंटी-डिप्रेशेंट्स, बर्डन ब्लड प्रेसर मेडिसिन, कीमोथेरेपी, या हार्मोनल थेरेपी बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं। इसके अलावा, स्वास्थ्य समस्याएं जैसे डायबिटीज, पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS), और सोरायसिस जैसी स्थितियां भी बालों के झड़ने का कारण बन सकती हैं।
8. गलत जीवनशैली
नींद की कमी, असंतुलित आहार, अत्यधिक शराब या तंबाकू का सेवन, और शारीरिक गतिविधियों की कमी भी बालों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। जीवनशैली में बदलाव और नियमित व्यायाम से बालों का झड़ना कम हो सकता है, क्योंकि इससे रक्त संचार बेहतर होता है और बालों को पोषण मिलता है।
9. बालों का अत्यधिक स्ट्रेस और रासायनिक उपचार
बालों पर बार-बार गर्मी का इस्तेमाल (जैसे हेयर स्ट्रेटनर, कर्लिंग आयरन) और केमिकल ट्रीटमेंट (जैसे कि बालों का रंग, रासायनिक स्थायी) बालों को कमजोर कर सकता है, जिसके परिणामस्वरूप बालों का झड़ना बढ़ सकता है।
उपाय:
- संतुलित आहार: बालों के लिए आवश्यक विटामिन और मिनरल्स जैसे बायोटिन, विटामिन A, C, D, E, आयरन, और जिंक से भरपूर आहार लें।
- तनाव कम करें: योग, ध्यान और रिलैक्सेशन तकनीकों के जरिए मानसिक तनाव को कम करें।
- सही हेयरकेयर प्रोडक्ट्स का चयन: अपने बालों के प्रकार के अनुसार शैम्पू, कंडीशनर और अन्य उत्पादों का चयन करें।
- स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: नियमित व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें और हाइड्रेटेड रहें।
- प्राकृतिक उपाय: आंवला, शिकाकाई, हिबिस्कस जैसी आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का उपयोग करें, जो बालों की सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं।
यदि आपको लगे कि बालों का झड़ना गंभीर समस्या बन चुकी है, तो किसी त्वचा विशेषज्ञ या ट्राइकोलॉजिस्ट से परामर्श लें, ताकि इसके मूल कारण का पता चल सके और उसका इलाज किया जा सके।