दीपावली (Diwali 2024) पर मावा की मिठाई सभी को भाती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि त्योहारों के दौरान बाजार में मिलावटी मावा तेजी से बिकता है? जी हां, इस समय मावा खरीदते वक्त आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, क्योंकि इसमें मिलावट आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
इस लेख में हम आपको असली और नकली मावा की पहचान करने के लिए 5 ट्रिक्स बताएंगे, जिनकी मदद से आप घर बैठे ही इसकी शुद्धता का पता लगा सकते हैं। आइए जानते हैं।
रबिंग टेस्ट
मावा की शुद्धता जांचने के लिए रबिंग टेस्ट एक प्रभावी तरीका है। असली मावा में प्राकृतिक चिकनाई होती है, जिससे इसे रगड़ने पर यह चिकना और थोड़ा दानेदार महसूस होता है। इसके विपरीत, नकली मावा में आर्टिफिशियल तत्वों की मिलावट होती है, जिससे यह रबड़ जैसा हो जाता है।
जब आप नकली मावे को रगड़ते हैं, तो यह खिंचता है और साथ ही इसमें रासायनिक पदार्थों की तेज गंध भी आ सकती है। इस सरल परीक्षण से आप मावे की शुद्धता का आसानी से पता लगा सकते हैं।
चखकर देखें
त्योहारों के दौरान मावा खरीदते समय आप इसे चखकर भी जांच सकते हैं। असली मावा मुंह में डालते ही पिघल जाता है और इसमें दूध की प्राकृतिक मिठास होती है। इसके विपरीत, नकली मावा में आर्टिफिशियल तत्व होते हैं, जिससे यह मुंह में चिपकता है और स्वाद में फीका लगता है।
वाटर टेस्ट
मावे की खरीदारी करते समय धोखाधड़ी से बचने के लिए आप वाटर टेस्ट कर सकते हैं। शुद्ध मावा में प्राकृतिक तत्व होते हैं, जो इसे पानी में आसानी से घुलने योग्य बनाते हैं। जबकि नकली मावे में आर्टिफिशियल तत्व होते हैं, जो इसे पानी में घुलने से रोकते हैं।
और एक तरीका
असली और नकली मावे की पहचान करने का एक और तरीका है, मावे की छोटी-छोटी गोलियां बनाना। असली मावा से बनी गोलियां मजबूत होती हैं और टूटती नहीं हैं। लेकिन यदि गोलियां टूट जाती हैं या बार-बार गोल करने पर भी दरारें दिखती हैं, तो यह संकेत है कि मावे में मिलावट की गई है।
आयोडीन टेस्ट
मावा में मिलावट की जांच के लिए आयोडीन टेस्ट एक कारगर तरीका है। मावे में स्टार्च की मिलावट का पता लगाने के लिए गर्म पानी में मावे का एक टुकड़ा डालें और उसमें आयोडीन की कुछ बूंदें मिलाएं। अगर मिश्रण नीला हो जाता है, तो इसका मतलब है कि मावे में स्टार्च मिलाया गया है। बता दें, स्टार्च आयोडीन के साथ रिएक्ट करके नीला रंग देता है