मसूरी: पहले दिन चकराता के जौनसार बाबर लोक कला मंच ने जौनसारी लोकगीत व परात नृत्य तथा पिथौरागढ़ की सांस्कृतिक टीम ने पारंपरिक छोलिया नृत्य की प्रस्तुति से समा बांधा। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बलरामपुर (उत्तर प्रदेश) तथा आईटीबीपी के बैंड ने शानदार प्रस्तुति से दर्शकों की तालियां बटोरीं।
मसूरी विंटर लाइन कार्निवल के तहत लंढौर स्थित सर्वे मैदान पर फिल्म निर्माता व निर्देशक विशाल भारद्वाज तथा मसूरी के एसडीएम डा. दीपक सैनी ने झंडी दिखाकर सांस्कृतिक शोभायात्रा को रवाना किया। शोभायात्रा लंढौर बाजार, घंटाघर, अपर मालरोड, कुलड़ी बाजार, शहीद स्थल, मालरोड होते हुए लाइब्रेरी बाजार के गांधी चौक पहुंची।
यहां बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में काबीना मंत्री सुबोध उनियाल, काबीना मंत्री व स्थानीय विधायक गणेश जोशी ने कार्निवाल का ध्वज फहराकर तथा गुब्बारे उड़ाकर विधिवत शुभारंभ की घोषणा की। इस अवसर पर क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड के अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी, मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल, सचिव अजय भार्गव, सीआरपीएफ रामपुर के कमांडेंट शैलेंद्र कुमार, भाजपा मंडलाध्यक्ष राकेश रावत, पूर्व मंडलाध्यक्ष मोहन पेटवाल आदि शामिल रहे।
मुख्य अतिथि काबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि कार्निवाल का अपना एक विजन होता है, जिसमें मौसम के साथ में पर्यटक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाते हैं। इसको और बड़े स्तर पर आयोजित किया जाना चाहिए।
वर्ष 2013 से शुरू हुए विंटर लाइन कार्निवाल में स्थानीय लोगों में इसके प्रति उत्साह की कमी दिखाई देती है। बीते कुछ सालों से लोगों में नया साल मनाने का प्रचलन बढ़ा है। मसूरी में स्थान की कमी महसूस हो रही है, जिससे उद्घाटन कार्यक्रम सभी लोग नहीं देख पाते हैं। इस कमी को नगर पालिका व जिला प्रशासन को मिलकर पूरा करना चाहिए। उन्होंने शहरवासियों से पर्यटकों के साथ अच्छे व्यवहार और सम्मान देने की अपेक्षा की।
फिल्म निर्माता व निर्देशक विशाल भारद्वाज ने कहा कि विंटर लाइन कार्निवल उत्तराखंड सरकार का बेहतरीन प्रयास है। चार दिवसीय कार्निवाल से पूरे शहर में उत्साह है। इसमें बडे म्यूजिकल ग्रुप आ रहे है। इंडियन ओशियन ग्रुप भी आ रहा है। मुझे खुशी है कि मैं कार्निवाल का हिस्सा बना हूं।
उत्तराखंड सरकार फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएं दे रही है। यह सरकार की अच्छी नीति है तथा जिन निर्माताओं ने यहां शूटिंग की, वह उत्साहित हैं। आने वाले समय में यहां और भी फिल्मों की शूटिंग होगी, जिसका लाभ उत्तराखंड को मिलेगा।