दीपावली के त्योहार के मद्देनजर लोगों को नकली मिठाई खिलाने के प्रयासों पर प्रशासन की टीम ने सख्त कार्रवाई की है। नगर में मोहल्ला गुलरघटटी, खताड़ी, और नई बस्ती में चल रहे अवैध मिठाई के कारखानों को पकड़ा गया, जहां मिठाइयों में प्रतिबंधित फिटकरी और टैल्क पाउडर (खड़िया का बारीक मिश्रण) का उपयोग किया जा रहा था।
अवैध कारखानों की पहचान और कार्रवाई
फिटकरी का उपयोग चीनी की चाशनी से गंदगी को दूर करने के लिए किया जा रहा था, जबकि टैल्क पाउडर को बताशे के नीचे रखने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था। प्रशासन ने बिना खाद्य विभाग के लाइसेंस के चल रहे तीन कारखानों को सील कर दिया है, जबकि टेंट लगाकर खुले में चल रहे दो कारखानों का सामान जब्त कर लिया गया है।
गुणवत्ता जांच समिति का गठन
जिला प्रशासन के निर्देश पर एसडीएम राहुल शाह की अध्यक्षता में मिठाइयों की गुणवत्ता की जांच के लिए एक समिति गठित की गई है। इस समिति में सीओ बीएस भंडारी, तहसीलदार कुलदीप पांडे, खाद्य सुरक्षा अधिकारी मो. असलम, और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी आलोक उनियाल शामिल हैं।
जांच प्रक्रिया
मंगलवार को एसडीएम शाह के नेतृत्व में टीम ने मोहल्ला गुलरघटटी, नई बस्ती, और खताड़ी क्षेत्रों में पांच कारखानों की जांच की। इन कारखानों में गंदगी के बीच अवैध मिठाइयाँ बनाई जा रही थीं, जैसे सोन पापड़ी, मिल्क केक और बताशे। जांच में पाया गया कि चार किलो सिंगल यूज प्लास्टिक भी फैक्ट्री में मौजूद था, जिसके लिए जुर्माना लगाया गया।
कानूनी कार्रवाई
तीन कारखानों के पास मिठाई बनाने का कोई लाइसेंस नहीं था, और मिठाई बनाने वाले लोगों का सत्यापन न कराने पर पुलिस ने चालान काटे हैं। एसडीएम ने बताया कि अवैध मिठाई बनाने वालों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस तरह की कार्रवाई से लोगों को मिलावटखोरी से बचाने और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है।
दीपावली पर घरों में आने वाली मिठाइयों को खरीदने में सावधानी बरतें। विशेषज्ञों के अनुसार, जानकार दुकानों से ही मिठाई खरीदना सबसे अच्छा है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही से सेहत को नुकसान हो सकता है। रामनगर में हाल ही में पकड़े गए अवैध मिठाई के कारखानों में चीनी की चाशनी के लिए फिटकरी का उपयोग किया जा रहा था।
इसके अलावा, बताशे बनाने में टैल्क पाउडर (खड़िया) का बारीक मिश्रण मिलाया जा रहा था। कारखाने से सोडियम बाइकार्बोनेट की एक बोतल भी बरामद हुई, जिसे देखकर खाद्य सुरक्षा अधिकारियों ने आश्चर्य व्यक्त किया।
प्रतिबंधित रसायनों का उपयोग
खाद्य सुरक्षा अधिकारी मो. असलम ने स्पष्ट किया कि फिटकरी, खड़िया पाउडर, और सोडियम बाइकार्बोनेट फूड ग्रेड में नहीं आते हैं, यानी इनका खाद्य पदार्थों में उपयोग करना सुरक्षित नहीं है। एसडीएम शाह ने बताया कि बताशे बनाने के दौरान खड़िया का पाउडर इस्तेमाल किया जा रहा था, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
कार्रवाई की जानकारी
यह कार्रवाई नैन सिंह, मो. तैयब, इकराम, मो. अमजद, और दिलशाद के यहां की गई है। इस प्रकार की अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई से लोगों को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।
इसलिए, मिठाई खरीदने में सावधानी बरतें और हमेशा प्रमाणित दुकानों से ही खरीदारी करें।