उत्तरकाशी :संगमचट्टी क्षेत्र के कफलों गांव स्थित होम स्टे में युवती की संदिग्ध मौत मामले को लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बड़ी संख्या में जिला अस्पताल में पहुंचकर लोग हंगामा कर रहे हैं। परिजन व ग्रामीण युवती की हत्या की आशंका जताते हुए उच्चाधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़े हैं। उन्होंने शव उठाने से भी इनकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार उत्तरकाशी निवासी एक व्यक्ति का संगमचट्टी क्षेत्र के कफनौल गांव में होमस्टे है। इस होमस्टे में भंकोली गांव निवासी अमृता रावत (18) पिछले एक साल से नौकरी करती थी। शुक्रवार सुबह करीब आठ बजे अमृता का शव होमस्टे के उसी कमरे में लटका मिला, जिसमें वह रहती थी। सूचना पर मनेरी थाने से एसएसआई राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस से जानकारी मिलने के बाद परिजन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और हंगामा कर दिया। आरोप लगाया कि होमस्टे मालिक व उसके नौकर ने उनकी बेटी की सूचना पुलिस को तो दे दी, लेकिन परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी। ग्रामीण मौके पर मीडिया और पुलिस के उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग पर अड़ गए और पुलिस को शव नहीं उठाने दिया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि शव जिस रस्सी से लटका हुआ था वह कमजोर थी और अमृता के पैर भी जमीन को छू रहे थे। परिजनों का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है और इसे आत्महत्या दर्शाने के लिए यहां फंदे लटकाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस कमरे में अमृता रहती थी, उसकी अंदर से कुंडी भी नहीं लगी थी।
सूचना पर दोपहर करीब 12:30 बजे सीओ अनुज कुमार मौके पर पहुंचे। जिन्होंने आक्रोशित परिजन व ग्रामीणों को समझाया। जिसके बाद युवती के शव को फंदे से उतारकर जिला अस्पताल भिजवाया गया। ग्रामीण राजेश चौहान, सहदेव रावत, देवेंद्र रावत, भागवत रावत व सतवीर रावत आदि ने पुलिस से मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की।