23 और 24 अगस्त को टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी दिल्ली से वापस लौटते ही सचिवालय स्थित राज्य आपदा आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि के कारण हुए नुकसान का जायजा लिया। वहीं, सोमवार को चंबा में मलबे में दबकर हुई पांच लोगों की मौत के मामले में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनपदों में खाद्यान से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। साथ ही कहा कि आपदा प्रभावितों के लिए सरकार नई योजना लाएगी।
अगले दो दिन भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया, 23 और 24 अगस्त को टिहरी, देहरादून, पौड़ी, बागेश्वर, चम्पावत, नैनीताल और ऊधमसिंह नगर जिले में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। कहा, इन तीन दिनों में प्रदेश भर के सभी इलाकों में तेज बारिश होने की आशंका है।
आपदा में परिजनों को खो चुके बच्चों की शिक्षा के लिए आएगी योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि कि अतिवृष्टि से बेघर हुए लोगों के लिए पुनर्वास एवं प्रशिक्षण व जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है, उनकी आगे की शिक्षा के लिए जल्द ही योजना लाई जााएगी। कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लाई जा रही है। बेघर हुए लोगों को पुनर्वास की व्यवस्था, उनके रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी।
प्रदेश में अतिवृष्टि से हुआ 1000 करोड़ का नुकसान
सीएम धामी ने कहा कि अतिवृष्टि के कारण प्रदेश में आपदा की स्थिति है। सड़कों, पुलों, मकानों, फसलों, बिजली एवं पानी की लाइनों का भी काफी नुकसान हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की संपत्ति का प्रदेश को नुकसान हुआ है। भारत सरकार की टीम ने राज्य में हो रहे नुकसान का प्रारंभिक रूप में सर्वे भी किया है। आपदा से हो रहे नुकसान का आकलन करने के लिए राज्य सरकार से भी भारत सरकार को पत्र भेजा रहा है।