उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने खाद्य पदार्थों में मिलावट और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने की घटनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। दीपावली और राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर, उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे पूरे प्रदेश में स्वच्छता, सुरक्षा, स्वास्थ्य और यातायात की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करें। राज्य स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में 6 से 12 नवंबर तक विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है।
प्रदेश में खाद्य पदार्थों में मिलावट और थूकने की घटनाओं के साथ-साथ गुणवत्ता में कमी पाए जाने के मामलों में संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को दीपावली और राज्य स्थापना दिवस के संदर्भ में सचिवालय में हुई बैठक में अधिकारियों को यह निर्देश दिए।
उन्होंने यह भी कहा कि पूरे प्रदेश में स्वच्छता, सुरक्षा, स्वास्थ्य और यातायात की व्यवस्था को बेहतर बनाने पर जोर दिया जाए। मुख्यमंत्री धामी ने दीपावली पर्व के दौरान यातायात प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता जताई, ताकि जनता को आवागमन में किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
उन्होंने दीपावली के दौरान आग की घटनाओं से बचाव के लिए अग्निशामक वाहनों की पर्याप्त व्यवस्था करने, स्वास्थ्य विभाग को सभी आपातकालीन सुविधाएं मुहैया कराने और बर्न यूनिट को 24 घंटे सक्रिय रखने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, त्योहारों के मद्देनजर खाद्य पदार्थों में मिलावट को रोकने के लिए नियमित रूप से खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग कराने का भी आग्रह किया।
सभी जिलाधिकारियों को निर्देश
मुख्यमंत्री ने राज्य स्थापना दिवस की तैयारियों के तहत सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए विशेष अभियान चलाएं, जिसमें जनसहयोग भी शामिल किया जाए। उन्होंने स्वच्छता के साथ-साथ ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सुंदरीकरण की गतिविधियों को तेज करने पर जोर दिया और कहा कि इस कार्यक्रम को जनता का कार्यक्रम बनाना चाहिए।
छह से 12 नवंबर तक प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रम
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर छह से 12 नवंबर तक प्रदेशभर में विभिन्न कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने दीपावली और राज्य स्थापना दिवस के मद्देनजर राज्य की अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर सुरक्षा की मजबूत व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि हम राज्य के रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर रहे हैं, और राज्य को देश के प्रमुख राज्यों की श्रेणी में लाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।
बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, अवस्थापना अनुश्रवण परिषद के उपाध्यक्ष विश्वास डाबर, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, नितेश झा, चंद्रेश कुमार यादव, एडीजी एपी अंशुमन और गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे उपस्थित थे। वहीं, सभी जिलों के डीएम और एसएसपी वर्चुअली जुड़े रहे।