देहरादून: प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस बार भी यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। आगामी चारधाम यात्रा के लिए मार्च के अंत तक तीर्थयात्रियों के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू हो सकती है।तीर्थयात्रियों को इस बार भी पंजीकरण करना होगा। प्रदेश सरकार ने चारधाम यात्रा की तैयारी की है। पर्यटन विभाग ने गढ़वाल मंडल आयुक्त को यात्रा व्यवस्थाओं के लिए पांच करोड़ रुपये की धनराशि दी है। तीर्थयात्रियों को केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बेहतर सेवाओं और व्यवस्थाओं के लिए यह राशि खर्च की जाएगी।
पर्यटन विभाग ने चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी प्रक्रिया भी पूरी कर ली है इस बार पंजीकरण के लिए सिस्टम को अपडेट किया गया है यात्रियों को पंजीकरण करते समय धामो मै भीड़ और ठहरने की व्यवस्था की स्थिति की जानकारी मिलेगी, जिसमे वे अगली तिथि को पंजीकरण करने का योजना बना सकते है ,केदारनाथ धाम के कपाट आठ मार्च को महाशिवरात्रि पर खुलेंगे जबकि बद्रीनाथ धाम के कपाट १२ मय को इस बार अक्षय तृतीया हैं। अक्षय तृतीया को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलते हैं, जैसा की मान्यता है।मंदिर समितियों ने अभी भी कपाट खुलने की औपचारिक घोषणा नही की है।चारधाम यात्रा में अब भी बहुत सारे श्रद्धालुओं की आने की उम्मीद है। इसलिए, संबंधित विभागों को यात्रा की तैयारियाँ समय पर पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। कपाट खुलने की तिथि के बाद, तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण शुरू किया जाएगा। यात्रा करने के लिए पंजीकरण अनिवार्य होगा।