नई दिल्ली: चिप मेकर एनवीडिया ने 4 ट्रिलियन डॉलर के मूल्य तक पहुंचने वाली पहली सार्वजनिक कंपनी बन गई, जो एआई के क्षेत्र में उछाल के कारण दो साल के निवेशक उन्माद के बाद संभव हो पाई. बुधवार को कारोबार में एनवीडिया के शेयरों में 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई और यह 164 डॉलर प्रति शेयर (14,000 के करीब) के पार पहुंच गया.
2023 की शुरुआत में एनवीडिया के शेयर लगभग 14 डॉलर प्रति शेयर (1,199 रुपये के करीब) के आसपास थे. कंपनी की यह तेजी जबरदस्त रही है. सांता क्लारा, कैलिफोर्निया स्थित इस कंपनी की स्थापना 1993 में हुई थी. सिर्फ एक दशक से भी कम समय में इसकी कुल संपत्ति 2 ट्रिलियन डॉलर हो गई. जून 2024 में यह 3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई.
एप्पल, अमेजन और गूगल को पछाड़ा
एनवीडिया ने माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल, अमेजन और गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट को तेजी से पीछे छोड़ दिया. एसएंडपी 500 पर इसके शेयरों की चाल किसी भी अन्य कंपनी की तुलना में ज्यादा असर डालती है.
अपनी हालिया तिमाही में एनवीडिया ने टैरिफ-संचालित उथल-पुथल को पार करते हुए अपने उच्च-शक्ति वाले एआई चिप्स की जबरदस्त मांग के बीच एक और तिमाही में मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की. एनवीडिया ने 18.8 अरब डॉलर का मुनाफा दर्ज किया और उसका राजस्व 69 फीसदी बढ़कर 44.1 अरब डॉलर हो गया.
एनवीडिया और एआई बूम
एनवीडिया अगले महीने अपनी दूसरी तिमाही के नतीजे घोषित करेगी. वॉल स्ट्रीट को कंपनी के लिए एक और तिमाही में रिकॉर्ड बिक्री और मुनाफे की उम्मीद है. एनवीडिया और एआई बूम से लाभान्वित होने वाली अन्य कंपनियां हाल ही में एसएंडपी 500 के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने का एक प्रमुख कारण रही हैं.
एनवीडिया के मुनाफे में तेजी ने लगातार बढ़ती मुद्रास्फीति और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ और अन्य नीतियों से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को होने वाले संभावित नुकसान की चिंताओं के बावजूद बाजार को गति देने में मदद की है.