नई दिल्ली: महंगाई को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार हर साल दो बार जनवरी और जुलाई में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के महंगाई भत्ते/महंगाई राहत की दरों में संशोधन करती है. जो अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के छमाही आंकड़ों पर निर्भर करता है. ये आंकड़े जनवरी से जून और जुलाई से दिसंबर के बीच जारी किए जाते हैं.
7वें वेतन आयोग के तहत आने वाले कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के DA में जनवरी 2025 से 2 फीसदी फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी, जिसकी घोषणा मार्च में की गई थी, जिसके बाद DA 53 फीसदी से बढ़कर 55 फीसदी हो गया है. अब जुलाई 2025 से DA की दरों में फिर से बदलाव होना है, जो जनवरी से जून के छमाही आंकड़ों पर निर्भर करेगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रक्षाबंधन के बाद इसकी घोषणा होने की संभावना है.
जनवरी से मई के आंकड़े जारी
AICPI इंडेक्स के अर्धवार्षिक (जनवरी से जून) आंकड़ों से पता चलेगा कि जुलाई में महंगाई भत्ता कितना बढ़ेगा. अब तक के आंकड़ों पर गौर करें तो जनवरी 2025 में AICPI इंडेक्स 143.2, फरवरी में AICPI-IW 142.8, मार्च में 143.0, अप्रैल में 143.5 और मई में 0.5 अंकों की बढ़ोतरी के साथ आंकड़ा 144.0 पर पहुंच गया है, जिससे DA स्कोर 57.85 फीसदी हो गया है, जो 3 फीसदी की ओर इशारा कर रहा है. हालांकि, जून के आंकड़े आने बाकी हैं, जो 30-31 जुलाई 2025 को जारी किए जाएंगे, जिससे यह साफ हो जाएगा कि जुलाई 2025 से DA में कितनी बढ़ोतरी होगी.
महंगाई भत्ते में 3 या 4 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है
अभी तक के आंकड़ों पर गौर करें तो स्कोर 144.0 है और डीए स्कोर 58 फीसदी के करीब पहुंच गया है. ऐसे में करीब 3 फीसदी डीए बढ़ने की उम्मीद है. जुलाई 2025 से 3 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ डीए 55 फीसदी से बढ़कर 58 फीसदी हो सकता है. हालांकि, जून के स्कोर में गिरावट आने पर भी 3 फीसदी डीए बढ़ना तय है. नई दरें जुलाई 2025 से लागू होंगी, जिसका ऐलान रक्षाबंधन और दिवाली के आसपास होने वाली मोदी कैबिनेट की बैठक में होने की उम्मीद है, ऐसे में एरियर मिलना भी तय है.