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FY26 की दूसरी तिमाही में भारत का FDI 18 प्रतिशत बढ़कर 35.18 बिलियन डॉलर हो गया, अमेरिका में निवेश दोगुना से अधिक


नई दिल्ली, 1 दिसंबर (आईएएनएस) भारत ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में मजबूत वापसी दर्ज की है, सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल-सितंबर 2025 के दौरान कुल प्रवाह साल-दर-साल 18 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 35.18 बिलियन डॉलर हो गया।


एक साल पहले इसी तिमाही में देश ने 29.79 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित किया था।

अकेले जून-सितंबर तिमाही में निवेश में वृद्धि सालाना आधार पर 21 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 16.54 बिलियन डॉलर हो गई। इसमें से एफडीआई इक्विटी प्रवाह 16.5 मिलियन डॉलर से अधिक था।

क्षेत्र-वार, सेवाओं ने $5.09 बिलियन के प्रवाह के साथ एफडीआई इक्विटी में 16 प्रतिशत की उच्चतम हिस्सेदारी का योगदान दिया। सेवा खंड में वित्तीय सेवाएँ, बैंकिंग, बीमा, व्यवसाय आउटसोर्सिंग, अनुसंधान एवं विकास, कूरियर सेवा और प्रौद्योगिकी परीक्षण और विश्लेषण शामिल हैं।

इस वित्तीय वर्ष में एक उल्लेखनीय प्रवृत्ति अमेरिका से प्रवाह में वृद्धि रही है, जो अप्रैल-सितंबर के दौरान दोगुनी से अधिक $ 6.62 बिलियन हो गई, जो भारतीय बाजार में नए वैश्विक निवेशकों के विश्वास का संकेत है।

महाराष्ट्र ने विदेशी निवेश के लिए शीर्ष गंतव्य के रूप में अपनी बढ़त बरकरार रखी है, कुल एफडीआई इक्विटी प्रवाह का 31 प्रतिशत यानी 10.57 बिलियन डॉलर हासिल किया है।

वैश्विक पूंजी को आकर्षित करने में इन राज्यों के प्रभुत्व को रेखांकित करने के लिए जहां कर्नाटक की हिस्सेदारी 21 प्रतिशत थी, वहीं गुजरात की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत थी।

इससे पहले, भारत ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 8.2 प्रतिशत की मजबूत जीडीपी वृद्धि दर्ज की थी, जबकि वित्त वर्ष 2024-25 की इसी तिमाही के दौरान यह आंकड़ा 5.6 प्रतिशत था।

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि द्वितीयक और तृतीयक क्षेत्रों ने क्रमशः 8.1 प्रतिशत और 9.2 प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर को 8 प्रतिशत से ऊपर बढ़ाया है।

तिमाही के दौरान विनिर्माण क्षेत्र में 9.1 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि दर दर्ज की गई, जबकि निर्माण क्षेत्र में द्वितीयक क्षेत्र में 7.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

तृतीयक क्षेत्र में वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में दोहरे अंक में 10.2 प्रतिशत तक पहुंच गई।

–आईएएनएस

एपीएस/वीडी

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