Homeबिजनेसआईआईटी मद्रास और एमईआईटीवाई ने एआई सिद्धांतों को शासन में अनुवाद करने...

आईआईटी मद्रास और एमईआईटीवाई ने एआई सिद्धांतों को शासन में अनुवाद करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हाथ मिलाया है


नई दिल्ली, 9 दिसंबर (आईएएनएस) सरकार ने मंगलवार को कहा कि सुरक्षित, विश्वसनीय और समावेशी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के लिए भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) और आईआईटी मद्रास 11 दिसंबर को चेन्नई में एक प्री-समिट कार्यक्रम की मेजबानी करने के लिए तैयार हैं।


एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नैतिक, सुरक्षित और समावेशी एआई के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर आधारित यह सम्मेलन एआई सुरक्षा और शासन सिद्धांतों को व्यवहार में लाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

आईआईटी मद्रास में सेंटर फॉर रिस्पॉन्सिबल एआई (सीईआरएआई), एमईआईटीवाई के तहत इंडियाएआई मिशन के सहयोग से, अगले साल की शुरुआत में ‘इंडिया-एआई इम्पैक्ट समिट 2026’ से पहले प्री-शिखर सम्मेलन के रूप में इस कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।

कॉन्क्लेव “ग्लोबल साउथ के लिए एआई सेफ्टी कॉमन्स साझा डेटासेट, बेंचमार्क और शासन संसाधन बनाने के लिए तरीकों की जांच करेगा जो सुरक्षित और अधिक विश्वसनीय एआई विकास को सक्षम बनाता है।”

चर्चाएँ जिम्मेदार एआई सिद्धांतों को व्यावहारिक शासन और नियामक मॉडल में अनुवाद करने पर भी ध्यान केंद्रित करेंगी जिन्हें विविध सांस्कृतिक, कानूनी और तकनीकी संदर्भों में लागू किया जा सकता है।

आईटी मंत्रालय ने बयान में कहा, “जैसे-जैसे एआई सिस्टम सार्वजनिक और निजी डोमेन के अभिन्न अंग बन गए हैं, निष्पक्षता, जवाबदेही और दुरुपयोग को लेकर चिंताएं तेज हो गई हैं, जो स्केलेबल, लागू करने योग्य और विविध वैश्विक संदर्भों के अनुकूल ढांचे की आवश्यकता पर प्रकाश डालती हैं।”

कार्यक्रम में ‘सुरक्षित और विश्वसनीय एआई वर्किंग ग्रुप’ का लक्ष्य पारदर्शिता, विश्वसनीयता और सार्वजनिक विश्वास पर आधारित एक पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाकर इस अंतर को पाटना है, जहां नवाचार जिम्मेदारी से आगे बढ़ता है, और एआई के लाभों को समान रूप से साझा किया जाता है।

कार्यक्रम, 10 दिसंबर की शाम को औपचारिक उद्घाटन के साथ शुरू होगा और उसके बाद 11 दिसंबर को एक हाइब्रिड, बंद दरवाजे वाली कार्य समूह की बैठक होगी, जिसमें एआई सुरक्षा और शासन सिद्धांतों को व्यवहार में लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

यह आयोजन वरिष्ठ MeitY अधिकारियों, उद्योग, शिक्षा, नागरिक समाज और सरकार के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञों को एक साथ लाता है।

पहली बार ग्लोबल साउथ में आयोजित होने वाला, ‘इंडिया-एआई इम्पैक्ट समिट 2026’ 15-20 फरवरी, 2026 को भारत मंडपम, नई दिल्ली में होने वाला है।

शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समावेशी विकास, स्थिरता और समान प्रगति को बढ़ावा देने में एआई की परिवर्तनकारी भूमिका को प्रदर्शित करना है।

–आईएएनएस

को/को

एक नजर