नई दिल्ली: टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) की अपने वैश्विक कार्यबल में 2 फीसदी की कटौती करने की योजना, जिससे लगभग 12,000 नौकरियां प्रभावित होंगी. टीसीएस के सीईओ के कृतिवासन ने कहा कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) 12,000 नौकरियां कम कर रही है.
अपने वैश्विक कार्यबल का 2 फीसदी AI-संचालित दक्षता हासिल करने के लिए नहीं, बल्कि इसलिए क्योंकि इस आईटी दिग्गज का कहना है कि वह अब उन कर्मचारियों को दोबारा नियुक्त नहीं कर सकती जिनके कौशल अब उसके विकसित होते व्यवसाय के अनुकूल नहीं हैं. इसे एक कठिन लेकिन जरूरी कदम बताया है.
यह कदम कंपनी के इतिहास में सबसे बड़ी कार्यबल कटौती में से एक है. प्रभावित होने वाले ज्यादातर कर्मचारी मध्यम से वरिष्ठ स्तर के होंगे, और कुछ जूनियर लेवल के कर्मचारी भी प्रभावित होंगे. खासकर वे जो लंबे समय तक काम करते हैं.
मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कृतिवासन ने कहा कि ऐसा इसलिए नहीं है कि एआई 20 फीसदी उत्पादकता लाभ देता है. ऐसा तब होता है जब कौशल में कोई विसंगति होती है, या जब हमें लगता है कि हम किसी को तैनात करने में सक्षम नहीं हैं.
टीसीएस ने बुनियादी स्तर पर 5,50,000 से ज्यादा और एडवांस लेवल पर 1,00,000 से ज्यादा कर्मचारियों के लिए एआई अपस्किलिंग सहित प्रशिक्षण में निवेश किया है. फिर भी रिट्रेनिंग से सभी के लिए नियुक्ति सुनिश्चित नहीं हुई है. खासकर वरिष्ठ कर्मचारियों को अक्सर नई तकनीकी भूमिकाओं के अनुकूल ढलने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.
कंपनी के ज्यादा चुस्त, उत्पाद-संरेखित मॉडल की ओर रुख़ ने पारंपरिक प्रोजेक्ट और प्रोग्राम मैनेजरों की मांग को भी कम कर दिया है. कृतिवासन ने बताया कि जब हम पुराने वॉटरफॉल तरीके से प्रोग्राम करते थे, तब हमारे पास कई लीडरशिप टीमें होती थीं. अब यह बदल रहा है.