नई दिल्ली : पिछले सप्ताह विमान दुर्घटना के बाद घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर एयर इंडिया की उड़ानों की बुकिंग में लगभग 20 प्रतिशत की गिरावट आई है. इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स (आईएटीओ) के अध्यक्ष रवि गोसाईं ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस दौरान एयरलाइन के औसत किराए में आठ से 15 प्रतिशत की गिरावट आई है.
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने इस बारे में पूछे जाने पर कुछ भी कहने से मना कर दिया. पिछले सप्ताह 12 जून को 242 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों को लेकर लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान एआई-171 अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
शहर के मेघाणीनगर क्षेत्र में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर गिर गया। इसमें विमान में सवार एक व्यक्ति को छोड़कर सभी की मौत हो गई, जबकि जमीन पर मौजूद लगभग 29 लोगों की भी मौत हो गई.
गोसाईं ने कहा, “इस हादसे के बाद हमने बुकिंग में, खासकर अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रों में अस्थायी गिरावट देखी है, हालांकि, सटीक प्रतिशत मार्ग के अनुसार अलग-अलग है, लेकिन हमारे अनुमानों से पता चलता है कि अंतरराष्ट्रीय बुकिंग में लगभग 18-22 प्रतिशत की गिरावट आई है और तत्काल बाद घरेलू स्तर पर 10-12 प्रतिशत की गिरावट आई है. हालांकि, यह एक अल्पकालिक धारणा आधारित प्रतिक्रिया लग रही है, क्योंकि आम तौर पर समय के साथ चीजें ठीक हो जाती है.”
आईएटीओ अध्यक्ष ने बताया कि एयर इंडिया के प्रमुख मार्गों पर किराए में मामूली समायोजन किया गया है. उन्होंने कहा, “औसतन, घरेलू क्षेत्रों में टिकट की कीमतों में आठ से 12 प्रतिशत की कमी आई है, जहां एयरलाइन सीधे इंडिगो और अकासा जैसी किफायती कंपनियों के साथ प्रतिस्पर्धा करती है। अंतरराष्ट्रीय मार्गों पर, विशेष रूप से यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया के लिए, किराए में 10-15 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है.”
यह पूछे जाने पर कि क्या यात्रा संचालकों के माध्यम से बुक की गई एयर इंडिया की उड़ानों के लिए यात्रियों ने टिकट रद्द किए हैं, आईएटीओ अध्यक्ष ने कहा, “हां, हमने रद्दीकरण में, विशेष रूप से कॉरपोरेट और उच्च श्रेणी के छुट्टियां मनाने वाले यात्रियों द्वारा उल्लेखनीय वृद्धि देखी है, जिन्होंने वैकल्पिक वाहकों को चुना है.”
उन्होंने बताया कि पिछले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टिकट रद्द कराने के मामले में में 15-18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, और घरेलू स्तर पर आठ से 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. हालांकि, आने वाले दिनों में यह प्रवृत्ति सामान्य हो सकती है क्योंकि कोई प्रणालीगत सुरक्षा मुद्दा सामने नहीं आया है और डीजीसीए जैसे प्राधिकरण एयर इंडिया के अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों के अनुपालन की पुष्टि करते हैं.
ये भी पढ़ें : एयर इंडिया ने की इंटरनेशनल उड़ानों में 15 फीसदी की कटौती, जानें वजह