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ट्रेन रिजर्वेशन: चार्ट टाइमिंग और तत्काल के बाद रेलवे ने किया एक और अहम बदलाव, जानें


नई दिल्ली: चार्ट तैयार करने और तत्काल बुकिंग में हालिया बदलावों के बाद रेल मंत्रालय ने यात्री टिकटिंग प्रोसेस में एक और महत्वपूर्ण बदलाव किया है. मंगलवार को जारी एक नए सर्कुलर में स्पेशल ट्रैवलिंग रिक्वेस्ट को संभालने के लिए रिवाइज नियमों की रूपरेखा दी गई है, जिसका उद्देश्य ओपरेशन को सुव्यवस्थित करना और अंतिम समय में होने वाली देरी को रोकना है.

रेल मंत्रालय ने रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने के समय में हाल ही में ट्रेन के प्रस्थान से आठ घंटे पहले किए गए बदलाव के बाद इमरजेंसी कोटा (EQ) रिक्वेस्ट जमा करने के समय संबंधी दिशानिर्देशों में संशोधन किया है. मंत्रालय के सर्कुलर के अनुसार ट्रेनों में इमरजेंसी कोटा चाहने वाले यात्रियों को अब यात्रा से एक दिन पहले अपनी रिक्वेस्ट देनी होगी. यह बदलाव सभी ट्रेनों पर लागू होगा.

रेलवे रिजर्वेशन इमरजेंसी कोटा रिक्वेस्ट
सर्कुलर में कहा गया है, “रात 12 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच रवाना होने वाली सभी ट्रेनों के लिए इमरजेंसी कोटा रिक्वेस्ट यात्रा के पिछले दिन 1200 बजे तक इमरजेंसी कोटा सेल तक पहुंच जाना चाहिए.”

इसमें आगे कहा गया है, “दोपहर 1 बजकर मिनट से रात 12 बजकर 59 मिनट के बीच चलने वाली शेष सभी ट्रेनों के लिए इमरजेंसी कोटा रिक्वेस्ट यात्रा के पिछले दिन दोपहर 1 बजे तक इमरजेंसी कोटा सेल तक पहुच जाना चाहिए.” ट्रेन के प्रस्थान के दिन प्राप्त अनुरोध स्वीकार नहीं किए जाएंगे.

छुट्टियों के लिए भी दिशानिर्देश अपडेट
वहीं, रविवार या सार्वजनिक अवकाश को लेकर सर्कूल में उल्लेख किया गया है कि ऐसे दिनों में चलने वाली ट्रेनों के लिए अनुरोध पिछले कार्य दिवस को ही किया जाना चाहिए. सर्कूलर में कहा गया है, “जिन ट्रेनों के लिए आपातकालीन कोटा रविवार या रविवार के बाद की छुट्टियों को जारी किया जाना है, उनमें स्थान खाली करने का अनुरोध पिछले कार्य दिवस के कार्यालय समय के दौरान किया जाना चाहिए.”

अधिकारियों की ओर से बड़ी संख्या में अनुरोध
रेल मंत्रालय ने बताया कि रेलवे बोर्ड का रिजर्वेश सेल वीआईपी, रेलवे अधिकारियों, वरिष्ठ अधिकारियों और अन्य विभागों से आने वाले इमरजेंसी कोटा अनुरोधों की एक बड़ी संख्या को संभालता है. सर्कुलर में कहा गया है, “कोटा विवेकपूर्ण और सामान्य विवेक के साथ आवंटित करने के सभी प्रयास किए जाते हैं.” इसमें अधिकारियों को समय का सख्ती से पालन करने की सलाह दी गई है.

मंत्रालय ने सभी अधिकारियों से संशोधित समय का सख्ती से पालन करने को कहा है ताकि ट्रेन चार्ट में देरी न हो. मंत्रालय ने कहा, “आवंटन समय पर दिए जाते हैं और चार्ट तैयार करने में देरी नहीं होती है, जिससे न केवल यात्रा करने वाले लोगों को अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है, बल्कि ट्रेनों के प्रस्थान में भी देरी हो सकती है.”

फॉरर्वडिंग अधिकारियों को प्रत्येक इमरजेंसी कोटा अनुरोध की वास्तविकता की पुष्टि करने और आवंटन संबंधी मौजूदा दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए भी कहा गया है.

भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग सिस्टम में किया बदलाव
इस महीने की शुरुआत में भारतीय रेलवे ने यात्रियों के लिए रेल यात्रा को और अधिक आरामदायक बनाने के लिए अपनी पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम में बड़े बदलाव किए. इन बदलावों में तत्काल टिकट बुकिंग के नए नियम, वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों के लिए ट्रेन चार्ट पहले तैयार करना और आरक्षण प्रणाली का समग्र उन्नयन शामिल है.

ट्रेन चार्ट तैयार करना
अब आरक्षण चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से चार घंटे पहले तैयार किए जाते हैं. एक नए प्रस्ताव में इन चार्टों को आठ घंटे पहले तैयार करने का सुझाव दिया गया है. दोपहर 2 बजे से पहले रवाना होने वाली ट्रेनों के लिए चार्ट को पिछले दिन रात 9 बजे अंतिम रूप दिए जाएगा.

रेल मंत्री ने इस विचार को मंजूरी दे दी है और चाहते हैं कि इसे धीरे-धीरे लागू किया जाए. इस बदलाव से वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को अधिक स्पष्टता मिलेगी और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था करने का समय मिलेगा.

तत्काल टिकट बुकिंग
1 जुलाई 2025 से केवल वेरिफाई यूजर्स ही IRCTC वेबसाइट और मोबाइल ऐप के माध्यम से तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे. इसके अतिरिक्त, तत्काल बुकिंग के लिए ओटीपी-बेस्ड वेरिफिकेशन जुलाई के अंत में शुरू होगा. रेल मंत्री ने अधिकारियों को तत्काल रिजर्वेशन के लिए प्रमाणीकरण प्रक्रिया का विस्तार करने का निर्देश दिया है. यूजर्स को अपने डिजिलॉकर अकाउंट में स्टोर आधार या अन्य वैध सरकारी पहचान पत्रों का उपयोग करके अपनी पहचान सत्यापित करनी होगी.

न्यू पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम
दिसंबर 2025 तक एक नई यात्री आरक्षण प्रणाली लागू हो जाएगी. CRIS द्वारा कार्यान्वित इस उन्नयन से टिकट बुकिंग क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी. यह आधुनिक प्रणाली प्रति मिनट 1,50,000 से अधिक टिकट आरक्षण संभालेगी, जो वर्तमान 32,000 टिकट प्रति मिनट से पांच गुना अधिक है.

इस प्रणाली की इनक्वायरी प्रोसेसनिंग कैपेबलिटी भी दस गुना बढ़कर 4,00,000 से 40 लाख से अधिक पूछताछ प्रति मिनट हो जाएगी. एडवांस सिस्टम में यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस होगा. यह कई भाषाओं का सपोर्ट करेगी और उपयोगकर्ताओं को सीट प्रेफ्रेंस स्पेसिफाई करने और फेयर कैलेंडर देखने की सुविधा प्रदान करेगी. इसमें दिव्यांगजनों, छात्रों, रोगियों और अन्य विशिष्ट श्रेणियों के लिए समर्पित सुविधाएं भी शामिल होंगी.

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