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नई दिल्ली, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में मिली जीत को लेकर विजय दिवस मनाया जा रहा है। इस युद्ध में बांग्लादेश की मुक्ति वाहिनी को भारत की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने प्रशिक्षण और सहयोग प्रदान किया था। इसी की याद में आज बीएसएफ और बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के बीच सीमा पर मिलन समारोह आयोजित किया गया। इसमें बीएसएफ और मुक्ति वाहिनी के स्वतंत्रता सेनानियों ने भी हिस्सा लिया।
बीएसएफ ने बताया कि विजय दिवस के मौके पर दक्षिण बंगाल की भारत-बांग्लादेश सीमा पर बॉर्डर गार्डस बांग्लादेश ने बॉर्डर पिलर 147एम के पास एक मिलन समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुक्ति वाहिनी और बीएसएफ के स्वतंत्रता सेनानियों ने भाग लिया और 1971 के युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
जानकारी के मुताबिक, दोनों तरफ के सैनकों ने स्वतंत्रता सेनानियों का सम्मान किया और एक दूसरे को विजय दिवस को लेकर शुभकामनाएं दी। बीएसएफ ने बताया कि विजय दिवस के मौके पर अक्सर इस तरह के कार्यक्रम भारत-बांग्लादेश सीमा पर आयोजित किए जाते हैं, ताकि युद्ध में शहीद हुए जवानों को याद कर श्रद्धांजलि दी जा सके।
गौरतलब है कि 1971 में पाकिस्तानी सेना ने भारत के सामने समर्पण किया था, जिसके बाद 13 दिन तक चला युद्ध समाप्त हुआ और साथ ही जन्म हुआ बांग्लादेश का। भारत के सीमा सुरक्षा बल ने बांग्लादेश की मुक्ति वाहिनी के प्रशिक्षण और दुश्मन ताकतों से लड़ने में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
–आईएएनएस
एसपीटी/एसजीके
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