हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कॉरिडोर क्षेत्र में प्रस्तावित कार्यों को लेकर उठ रहे सवालों के बीच राज्य सरकार ने स्थिति स्पष्ट की है। सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने बताया कि गंगा कॉरिडोर क्षेत्र में बिना किसी भवन को ध्वस्त किए ही सुंदरीकरण के कार्य किए जाएंगे। इसके साथ ही हरिद्वार और ऋषिकेश में खुले स्थानों का विकास किया जाएगा, ताकि स्नान और पर्वों के दौरान होने वाली भीड़ का दबाव कम किया जा सके।
गंगा नदी के किनारे स्थित हरिद्वार और ऋषिकेश शहरों में गंगा कॉरिडोर के तहत सुंदरीकरण और अन्य कई कार्यों की योजना है। इस बीच यह चिंता जताई जा रही है कि इस कॉरिडोर को विकसित करने के लिए पुराने भवनों को ध्वस्त किया जा सकता है।
25 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा विकास
कुछ समय पहले, जनप्रतिनिधियों और संबंधित शहरों के निवासियों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की थी, जिसमें क्षेत्रवासियों ने इस आशंका की ओर ध्यान आकर्षित किया था कि पुराने भवनों को ध्वस्त किया जा सकता है। साथ ही यह भी सुझाव दिया गया था कि गंगा कॉरिडोर को अगले 25 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जाए। मुख्यमंत्री धामी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि गंगा कॉरिडोर के विकास में जनप्रतिनिधियों के सुझावों का पालन किया जाएगा और कोई भी भवन नहीं तोड़ा जाएगा। अब सचिव नियोजन आर मीनाक्षी सुंदरम ने भी यह स्पष्ट किया है कि गंगा कॉरिडोर के तहत प्रस्तावित कार्यों के लिए किसी भी भवन को ध्वस्त नहीं किया जाएगा। भवनों को ध्वस्त किए बिना ही सुंदरीकरण के कार्य किए जाएंगे, और पौराणिक स्थलों का स्वरूप भी वैसा ही रखा जाएगा।
हनोल से ठडियार तक बनेगी नई सड़क
जनजातीय जौनसार बावर क्षेत्र में स्थित प्रसिद्ध हनोल महासू देवता मंदिर से ठडियार तक एक नई सड़क बनाई जाएगी। इसके साथ ही, हनोल और ठडियार स्थित टौंस नदी के दोनों ओर घाटों का निर्माण भी किया जाएगा। यह निर्णय लोनिवि और पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को गढ़ी कैंट स्थित पर्यटन विकास परिषद के सभागार में हनोल मंदिर के मास्टर प्लान की समीक्षा के दौरान लिया।
कैबिनेट मंत्री महाराज ने हनोल मंदिर के मास्टर प्लान के कार्यान्वयन के लिए लोनिवि, पर्यटन और सिंचाई विभागों के बीच बेहतर सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। बैठक के बाद उन्होंने बताया कि लोनिवि द्वारा हनोल से ठडियार तक लगभग डेढ़ किलोमीटर लंबी सड़क और ठडियार में पुल का निर्माण किया जाएगा। साथ ही मार्ग का सुंदरीकरण भी किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि लोनिवि द्वारा गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस से खट्टल तक संपर्क मार्ग के निर्माण की स्वीकृति पहले ही दी जा चुकी है।
महाराज ने सड़कों के किनारों को चौड़ा करने, रास्तों पर साइन बोर्ड लगाने और यात्रा मार्ग पर शौचालयों का निर्माण करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए कि हनोल महासू देवता मंदिर से लेकर ठडियार झूलापुल तक भूकटाव को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। बैठक में पर्यटन विकास परिषद के एसीईओ अभिषेक रोहिला, वित्त नियंत्रक जगत सिंह चौहान, लोनिवि के प्रमुख अभियंता राजेश शर्मा और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।