जैसे ही हमें पता चलता है कि त्योहारों का मौसम आ रहा है, वैसे ही हमारी दिल की धड़कनें बढ़ जाती हैं, क्योंकि यह मौसम खुशियां और जश्न लाता है। उदाहरण के तौर पर, जब हम दुर्गा पूजा के पंडालों को सजता देखते हैं या फिर दिवाली या ईद के लिए लोगों को मिठाई, तोहफे या नए कपड़े खरीदते देखते हैं, तो हमें फौरन खुशी और पॉजीटिव अहसास होता है।
क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ऐसा होता क्यों है? तो आइए त्योहारों से जुड़ी खुशी और उत्साह के पीछे के विज्ञान को समझें:
खुशी तब पैदा होती है जब सभी पांच इंद्रियां सक्रिय हो जाती हैं, जो आमतौर पर त्योहारों के समय होता है। यह खूबसूरत और अलग तरह की सजावट हमारी आंखों को पसंद आती है। मिठाइयों और खाने की खुशबू हमारे नर्वस सिस्टम को ट्रिगर करती हैं। इसी तरह मिठाइयां, स्नैक्स और दूसरी खाने की चीजें हमें हमारे बचपन या पुरानी यादों की याद दिलाती हैं।
त्योहारों के समय खुशी और उत्साह महसूस करने के पीछे मुख्य वजह हमारे दिमाग की कंडिशनिंग भी है। मतलब यह कि बचपन से हमें बताया गया है कि त्योहार का मतलब खुशी, जश्न और एक साथ मिलकर इसे मनाना है। इसलिए त्योहार हमारे मन में उत्सव, खुशी, क्षमा, आध्यात्मिक बनने और कई तरह की प्रतिक्रिया को प्रोत्साहित करते हैं। हमारा दिमाग और रूह दोनों इसका जश्न मनाते हैं।
जैसा कि हम जानते हैं कि त्योहार हमारी जिंदगी में खुशियां लेकर आते हैं, हमें आसपास लोगों के मुस्कुराते चहरे दिखते हैं। इसका सीधा असर हमारे मूड पर पड़ता है। पर्व के अवसर पर हमें अपने परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलकर बातें और जश्न मनाने का मौका मिलता है, जो हमें अंदर से खुशी देता है। त्योहार हमारे जीवन का हिस्सा हैं, जो लोगों को साथ आकर मिलकर मनाने का मौका देते हैं।
जैसे दिवाली जब आने वाली होती है, तो घरों की सफाई शुरू होती है और हर जगह लाइट्स से जगमगा जाती है। हमें यह भी मालूम होता है कि घर पर मीठे के साथ खास पकवान भी तैयार किये जाएंगे। महमान घर पर आएंगे और आप भी किसी न किसी से मिलने जाएंगे। हर साल इस तरह के प्लान हमारे दिल को खुशी देते हैं।
त्योहार गौरवशाली विरासत, संस्कृति और परंपराओं का जश्न मनाने का एक भावनापूर्ण तरीका हैं। पर्व को हमारे करीबियों के साथ जिंदगी में खाम लम्हों और भावनाओं का आनंद लेने के लिए बनाया है।त्योहार हमारी समाजिक जिंदगी में संरचना जोड़ने का काम करते हैं। परिवार के साथ हमारा रिश्ता मजबूत होता है। रोजमर्रा की जिंदगी से हटकर हमें कुछ करने का मौका देते हैं। ज्ञान और परंपराओं को अगली पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए त्योहारों की शुरुआत की गई।
सभी धार्मिक त्योहार प्रेम, सहिष्णुता, उत्सव, एकता और समझ का संदेश देते हैं। त्योहार सिर्फ खुशी के साथ मनाए जाने वाले पल नहीं होते बल्कि इस समय हमें अपने अस्तित्व पर विचार करने की जरूरत भी होती है। त्योहार पर जश्न मनाएं लेकन साथ ही थोड़ा समय निकालकर उन सभी के प्रति आभारी और सराहना करें जिन्होंने हमारे जीवन में योगदान दिया है।