हरिद्वार (उत्तराखंड): हरिद्वार मनसा देवी मंदिर परिसर में मची भगदड़ से पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया और चारों ओर एम्बुलेंस के सायरन बचते दिखाई दिए. इस हादसे से धर्मनगरी के लोग सहम गए. भगदड़ की घटना में छह लोगों की मौत और 29 लोग घायल हुए हैं. ईटीवी भारत ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा ने ग्राउंड जीरो पर जाकर हालातों का जायजा लिया.
अफवाह बनी भगदड़ की वजह: अगर मनसा देवी मंदिर की बात करें तो मंदिर हरकी पौड़ी से ऊपर बिल्व पर्वत पर स्थित है. यहां पर आने के लिए तीन मुख्य मार्ग हैं. जिसमें रोपवे, पैदल मार्ग और सीढ़ियां वाला मार्ग है. आज यह हादसा सीढ़ियों वाले मार्ग पर ही हुआ है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि हादसा रास्ते में जमा हुई भीड़ और अफवाह फैलने से हुई है. ईटीवी भारत ब्यूरो चीफ किरनकांत शर्मा ने ग्राउंड जीरो पर जाकर हालातों का जायजा लिया.
हरिद्वार मनसा देवी भगदड़ हादसा (Video-ETV Bharat)
मंदिर के तीनों मार्गों पर पसरा सन्नाटा: उन्होंने मनसा देवी मंदिर के सबसे ऊंचाई वाले इलाके पर पहुंचकर यह देखने की कोशिश की कि आखिरकार यह मंदिर कितनी ऊंचाई पर मौजूद है. फिलहाल मनसा देवी यात्रा को पूरी तरह से रोक दिया गया है और तीनों मार्गों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. हादसे के बाद अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी मौके पर पहुंचे. बताया जा रहा है कि हालात सामान्य होने पर श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए मार्ग खोल दिए जाएंगे.
Prime Minister Narendra Modi expresses condolences following the loss of lives due to a stampede on the route to the Mansa Devi Temple in Haridwar, Uttarakhand. pic.twitter.com/tH3cCuaY9S
— ANI (@ANI) July 27, 2025
संकरे मार्ग पर मची भगदड़: मनसा देवी मंदिर परिसर में मची भगदड़ में छह लोगों की मौत हो गई और 29 लोग घायल बताए जा रहे हैं. सुबह करीब 8 से 8:30 बजे के करीब हरिद्वार मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ की स्थिति पैदा हुई. बताया जा रहा है कि संकरे मार्ग पर करीब हजारों लोग चल मंदिर की ओर जा रहे थे, तभी अफवाह फैल गई और भगदड़ मच गई. भगदड़ वाले मार्ग पर महिला, पुरुष और कुछ बच्चे भी मौजूद थे.
हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में भगदड़ मचने की जानकारी प्राप्त हुई है। राहत एवं बचाव कार्य के लिए स्थानीय पुलिस, SDRF एवं अन्य टीमें मौके पर पहुंच गई हैं। विस्तृत जानकारी से अवगत कराया जाएगा।#UttarakhandPolice
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 27, 2025
पहले भी हो चुकी हैं भगदड़ की घटनाएं: घटना के बारे में हरिद्वार एसएसपी डोबाल ने बताया कि मार्ग पर करंट लगने की अफवाह से लोगों की भीड़ में भगदड़ की स्थिति पैदा हुई. अफवाह की वजह से लोग इधर-उधर भागने लगे, जिससे स्थिति विकट हो गई. गौर हो कि धर्मनगरी हरिद्वार में भगदड़ की ये पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी धर्मनगरी में भगदड़ की घटनाएं हो चुकी हैं. जिसमें कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है. हरिद्वार में लगने वाले कुंभ में कई बार इस तरह की भगदड़ की घटनाएं हुई हैं. हरिद्वार में भगदड़ की घटनाओं पर नजर डालें तो कुंभ मेले में इस तरह की घटनाएं पूर्व में होती आई हैं.
Uttarakhand | 6 people dead in a stampede after a huge crowd gathered at the Mansa Devi temple in Haridwar. I am leaving for the spot. A detailed report of the incident is awaited: Garhwal Division Commissioner Vinay Shankar Pandey to ANI pic.twitter.com/nTLNf6DG9j
— ANI (@ANI) July 27, 2025
साल 1912 से 2011 तक कुंभ में इतने लोगों की गई जान
- साल 1912 में हरिद्वार कुंभ में भगदड़ होने से 7 लोगों की मौत हुई थी.
- साल 1966 में हरिद्वार कुंभ में सोमवती स्नान पर भगदड़ होने से 12 लोगों की मौत हुई थी.
- साल 1986 में हरिद्वार कुंभ में भगदड़ होने से 52 लोगों की मौत हुई थी.
- साल 1996 में हरिद्वार कुंभ में सोमवती स्नान पर भगदड़ होने से 22 लोगों की मौत हुई थी.
- साल 2010 में हरिद्वार कुंभ में भगदड़ होने से 7 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 11 लोग घायल हुए थे.
- साल 2011 में हरिद्वार गायत्री कुंभ में भगदड़ होने से 20 लोगों की मौत हुई थी.
पढ़ें-