नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार रोजगार-प्रधान सार्वजनिक निवेश वैश्विक स्वास्थ्य सेवा संकट को दूर करने और लाखों अच्छे रोजगार सृजित करने में मदद कर सकता है. आईएलओ केयर इकोनॉमी ब्रीफ की दूसरी किस्त, ‘देखभाल अर्थव्यवस्था में सभ्य कार्य को आगे बढ़ाने के लिए रोजगार-गहन निवेश‘ नामक अध्ययन में बताया गया है कि सार्वजनिक निवेश परियोजनाओं में देखभाल संबंधी विचारों को एकीकृत करने से 2030 तक 280 मिलियन और 2035 तक 299 मिलियन नौकरियां पैदा हो सकती हैं. इनमें से लगभग 4/5 पद महिलाओं के पास होंगे.
आईएलओ के निवेश में रोजगार (ईएमपीआईएनवेस्ट) शाखा के प्रमुख मितो त्सुकामोटो ने कहा कि बुनियादी ढांचे पर खर्च से सिर्फ सड़कें और पुल ही नहीं बनने चाहिए. इससे अच्छी नौकरियों के जरिए बेहतर भविष्य का निर्माण भी हो सकता है. रोजगार-गहन निवेश कार्यक्रम (ईआईआईपी) के लिए जिम्मेदार है.
बाल देखभाल केंद्रों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और परिवार-अनुकूल कार्यस्थलों में निवेश करने से श्रम की कमी से निपटने, महिलाओं के रोजगार का विस्तार करने और स्थानीय लचीलेपन को मजबूत करने में मदद मिलती है.
इसमें तीन रणनीतियों की सिफारिश की गई है
- वेतन अवकाश, लचीले कार्यक्रम और कार्यस्थल पर बच्चों की देखभाल जैसे उपायों के माध्यम से देखभाल की जिम्मेदारियों वाले कर्मचारियों का समर्थन करना.
- देखभाल के बुनियादी ढांचे का विकास- नर्सरी से लेकर दीर्घकालिक देखभाल सुविधाओं तक, श्रम-आधारित तरीकों का उपयोग करके जो स्थानीय रोजगार को प्राथमिकता देते हैं.
- ईआईआईपी के अंतर्गत देखभाल को कार्य के एक क्षेत्र के रूप में शामिल करना, पहले से अवैतनिक या अनौपचारिक देखभाल भूमिकाओं को पेशेवर बनाना और उचित वेतन और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करना.
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुमान बताते हैं कि बाल देखभाल नीति में कमियों को दूर करने में निवेश किए गए प्रत्येक 1 अमेरिकी डॉलर से 2035 तक वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद में 3.76 अमेरिकी डॉलर का योगदान हो सकता है. साथ ही महिलाओं की रोजगार दर में 10 फीसदी से भी अधिक की बढ़ोतरी हो सकती है.
इसमें दिखाया गया है कि कैसे रोजगार-गहन निवेश कार्यक्रम (EIIP) सार्वजनिक रोजगार कार्यक्रमों (PEPs) का समर्थन करता है. रोजगार-समृद्ध विकास को बढ़ावा देता है, जिसमें हरित परियोजनाएं भी शामिल हैं और संकटों का सामना करने और उन्हें रोकने में मदद करता है.
ILO की रिपोर्ट
रिपोर्ट में जॉर्डन, सूडान और मेडागास्कर में पायलट परियोजनाओं का उल्लेख किया गया है, जहां EIIP पहलों ने सड़क पुनर्वास को नर्सरियों के निर्माण, स्वास्थ्य केंद्रों के उन्नयन और सुरक्षित सामुदायिक पार्कों के निर्माण के साथ जोड़ा है. उदाहरण के लिए, जॉर्डन में EIIP परियोजना ने 1,55,000 से ज्यादा सवेतन कार्यदिवस सृजित किए हैं जिनमें से 34 फीसदी महिलाओं द्वारा और 5 फीसदी विकलांग व्यक्तियों द्वारा किए गए हैं.
यह यह भी बताता है कि कैसे दक्षिण अफ्रीका, अर्जेंटीना और रवांडा में सार्वजनिक रोजगार कार्यक्रमों ने अपनी रोजगार-प्रधान गतिविधियों में देखभाल सेवाओं को पूरी तरह से एकीकृत किया है. स्थानीय स्तर पर पहचानी गई जरूरतों को पूरा करके, ये कार्यक्रम लिंग-आधारित दृष्टिकोण से काफ़ी हद तक संवेदनशील हो गए हैं.