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अल्मोड़ा अस्पताल में पहली बार हुआ दूरबीन विधि से पथरी का ऑपरेशन, आयुष्मान कार्ड से खर्चा भी नहीं आया


अल्मोड़ा: जिला अस्पताल में दूरबीन से पथरी का ऑपरेशन शुरू हो गया है. जिला अस्पताल में उपकरण आने के बाद चिकित्सकों ने पहली बार दूरबीन से पित्त की थैली की पथरी निकालने के लिए ऑपरेशन किया. इस महंगी सर्जरी के जिला अस्पताल में होने से गरीब लोगों को इसका लाभ मिलेगा. इसके लिए अब लोगों को बड़े शहरों को जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.

अल्मोड़ा नगर के मध्य स्थित पंडित हरगोविंद पंत जिला चिकित्सालय अल्मोड़ा में यह सुविधा शुरू हो गई है. इस दौरान एक मरीज का सफल ऑपरेशन कर दूरबीन से पित्त की थैली का सफल ऑपरेशन किया गया है, जिससे लोगों में खुशी की लहर है. पित्त की थैली में पथरी की समस्या आम लोगों की बड़ी समस्या है. पूर्व में अल्मोड़ा जिला अस्पताल में ओपन सर्जरी कर ऑपरेशन किया जाता था. जिसमें मरीज को ठीक होने में अधिक समय लगता था. इस विधि से दो से तीन दिन में मरीज ठीक होकर अपने घर चला जाता है. हजारों रुपए का खर्च आने के कारण अनेक गरीब तो इस सर्जरी को करा ही नहीं पाते थे. अल्मोड़ा में इस सर्जरी का लाभ अब आम गरीब लोगों को आयुष्मान कार्ड योजना से मिलना शुरू हो गया.

अल्मोड़ा अस्पताल में पहली बार हुआ दूरबीन विधि से पथरी का ऑपरेशन (VIDEO-ETV Bharat)

शहर में जाने से बचेंगे मरीज: अल्मोड़ा के पंडित हरगोविंद पंत जिला चिकित्सालय के लेप्रोस्कोपिक सर्जन धीरज राज ने बताया कि अभी उन्होंने जिला अस्पताल में पहली बार दूरबीन से पित्त की थैली में पथरी का ऑपरेशन किया है. यह एक एडवांस तकनीक है, जिसमें मरीज चीरा लगने से बच जाता है. इसमें घाव बहुत छोटे होते हैं जिसमें मरीज जल्दी अपने घर चला जाता है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में पहले इसकी पूरी मशीन नहीं थी. अस्पताल प्रशासन की ओर से मशीन का पूरा सेटअप उपलब्ध कराया गया. जिस कारण यह सफल ऑपरेशन पहली बार किया गया. उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर किसी को इस तरह की समस्या है, तो वह सरकारी अस्पताल में आए. यहां पर आयुष्मान कार्ड योजना के तहत निशुल्क ऑपरेशन किया जा रहा है.

दूरबीन विधि में ऑपरेशन ने जल्दी रिकवर करता है मरीज: जिला अस्पताल के पीएमएस एचसी गड़कोटी ने बताया कि जिला अस्पताल में एक मरीज का पित्त की थैली की पथरी का पहली बार ऑपरेशन हुआ है. इसे अस्पताल के सर्जन डॉ. धीरज राज और उनकी टीम ने किया, जो सफल रहा. उन्होंने कहा कि आगे भी सामान्य सर्जरी के ऑपरेशन जो दूरबीन विधि से होने हैं, वह होंगे. यह ऑपरेशन मरीज के लिए लाभदायक है. ओपन विधि से हुए ऑपरेशन में मरीज को दर्द भी ज्यादा रहता है और अस्पताल में समय भी ज्यादा लगता है. लेकिन दूरबीन विधि से हुए ऑपरेशन के बाद जल्द ही मरीज ठीक होकर अपने घर चला जाता है.

आयुष्मान भारत योजना से निःशुल्क हो रहा ऑपरेशन: पित्त की थैली की पथरी का ऑपरेशन निजी अस्पतालों में बहुत महंगा है. इस कारण गरीब मरीज इसे करने में कतराते हैं. जिला अस्पताल अल्मोड़ा में इसे आयुष्मान भारत योजना के तहत निःशुल्क किया जा रहा है. पहले इस सर्जरी पर मरीजों को बड़े शहरों में जाकर हजारों रुपए खर्च करने पड़ते थे. अल्मोड़ा के जिला अस्पताल में इस सुविधा के शुरू होने से क्षेत्र समेत आस-पास के जिलों के पीड़ित मरीजों को समय पर इलाज मिल सकेगा. साथ ही बड़े शहरों की दौड़-भाग और आर्थिक बोझ से भी राहत मिल सकेगी.

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