Homeउत्तराखण्ड न्यूजदेहरादून-दिल्ली हाईवे पर NHAI के क्रैश बैरियर गायब, विभाग लेने जा रहा एक्शन

देहरादून-दिल्ली हाईवे पर NHAI के क्रैश बैरियर गायब, विभाग लेने जा रहा एक्शन


देहरादून: उत्तराखंड के तराई के इलाके हों या फिर पहाड़ी इलाके, आए दिन सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है. कहीं लापरवाही तो कहीं ओवर स्पीड इन सड़क हादसों को बढ़ा रहे हैं. इन्हीं में से एक कारण को ईटीवी भारत ने अपने कैमरे में कैद किया है. दरअसल, राजधानी देहरादून के कुआंवाला, छिद्दरवाला और रायवाला में सुरक्षा के मद्देनजर लगाए गए क्रैश बैरियर कई जगहों से हटा दिए गए हैं. अब यह लापरवाही दुर्घटनाओं का कारण बन रही है.

खुद के फायदे के लिए लोगों की जान से खिलवाड़: ईटीवी भारत के रियलिटी चेक में सामने आया कि रायवाला जैसे व्यस्ततम हाईवे पर, जो सर्विस लाइन बनाई गई है, उस सर्विस लाइन में लगे लोहे के बड़े-बड़े क्रैश बैरियर 500 मीटर के अंतर्गत कई जगहों पर काट दिए गए हैं. यह काम इतने खतरनाक तरीके से किया गया है कि लोहे का एक सबूत तक मौके पर नहीं छोड़ गया है. इस मार्ग से चारधाम यात्रा के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की गाड़ियों का आवागमन और देहरादून, ऋषिकेश के लिए जाने वाली तमाम गाड़ियों की भीड़ रहती है. ऐसे में होटल या अन्य व्यवसाय चलाने वाले संचालकों ने यात्रियों और ग्राहकों के वाहनों का आवागमन आसानी से हो पाए, इसके लिए सरकारी बैरियर को रात के अंधेरे में काट दिया गया है. हालांकि इस पर अभी तक प्रशासन का ध्यान नहीं गया है.

शराब की दुकान से लेकर शोरूम के आगे से हटे क्रैश बैरियर: कई जगहों पर यह भी देखा गया कि शराब की दुकान और शोरूम को रास्ता देने के लिए यह लोहे के मजबूत क्रैश बैरियर हटा दिए गए हैं. यह आलम तब है जब राज्य में सड़क दुर्घटनाओं के बाद राज्य सरकार पूरे प्रदेश में सड़क किनारे क्रैश बैरियर लगाने की बात कह रही है. लेकिन जहां लगे हुए हैं, वहां भी लोग इन्हें सुरक्षित नहीं छोड़ रहे हैं और अपनी आमदनी के लिए लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. सड़क हादसों की वजह अचानक से सर्विस लाइन से निकलने वाले वाहन, तेज गति से हाईवे पर दौड़ने वाली गाड़ियां से टकरा रहे हैं.

दुर्घटना का लगातार डर: इस पूरे इलाके में रहने वाले लोग भी हैरान हैं कि आखिरकार कुछ लोग अपनी पावर का इस्तेमाल करके कैसे अपनी दुकानों अपने संस्थानों के आगे लगे सरकारी बैरियर को काटकर हटा रहे हैं. लोगों का कहना है कि यह दुर्घटनाओं का कारण भी बन रहा है.

देहरादून के पुलिस कप्तान अजय सिंह का कहना है कि नेशनल हाईवे और क्रैश बैरियर लगाने और हटाने का काम नेशनल हाईवे अथॉरिटी का है. लिहाजा अगर वह किसी को परमिशन दे रहे हैं या संबंधित कमेटी यह तय कर रही है कि कहां पर एग्जिट और एंट्री पॉइंट देना है, यह उनका मामला है. हालांकि सड़क दुर्घटना अगर हो रही है तो इस मामले को गंभीरता से लिया जाएगा.

NHAI बोला खुद हटा रहे लोग: नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के उत्तराखंड रीजनल ऑफिसर पंकज मौर्या ने इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देहरादून से लेकर हरिद्वार या फिर रुड़की तक जो भी क्रैश बैरियर लगे हैं, सिर्फ अस्पताल के अलावा कहीं पर भी हमने एग्जिट और एंट्री पॉइंट नहीं दिए हैं. हमने पहले भी इस मामले में जिन-जिन लोगों ने क्रैश बैरियर हटाए हैं, उनको नोटिस दिए हैं. लेकिन यह लोग जबरदस्ती अपनी दुकान संस्थान के आगे लगे क्रैश बैरियर हटा रहे हैं. हमने इस बारे में अपने मंत्रालय को भी सूचित किया है और जल्द ही इस विषय में कोई ठोस कदम उठाया जाएगा. उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में है. परंतु कई बार दोबारा से कैश बैरियर लगाने के बाद कुछ लोग जानबूझकर उसे रातों-रात हटा रहे हैं.

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