हैदराबाद: भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला और उनके साथी क्रू-मेंबर यानी Axiom-4 mission के सभी सदस्य इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अब पृथ्वी पर वापस आने की तैयारी कर रही है. ये सभी एस्ट्रोनॉट्स 14 जुलाई को पृथ्वी पर वापस लौटेंगे. इस बात की जानकारी एक्सिम स्पेस के आधिकारिक एक्स (पुराना नाम ट्विटर) और पीटीआई के माध्यम से नासा के द्वारा भी दी गई है.
नासा कमर्शियल क्रू प्रोग्राम के मैनेजर स्टीव स्टिच ने कहा, हम स्टेशन प्रोग्राम के साथ काम कर रहे हैं और Axiom-4 के प्रोग्रेस को काफी सावधानीपूर्वक देख रहे हैं. हमें लगता है कि अब उस मिशन को अनडॉक करने का वक्त आने वाला है और हमारा मौजूदा लक्ष्य 14 जुलाई को हाई बीटा पीरियड के बाद अनडॉक करना है.
अंतरिक्ष में किया 100 लाख किलोमीटर का सफर
Axiom-4 mission के बारे में बता दें कि इसे अमेरिका के फ्लोरिडा में स्थित केनेडी स्पेस सेंटर से 25 जून को लॉन्च किया गया था. उसके बाद स्पेसएक्स का Falcon 9 रॉकेट ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट को लेकर पृथ्वी की निचली कक्षा तक गया, जिसके बाद ड्रैगन ने पृथ्वी के कई चक्कर लगाए. उसके बाद 26 जून को भारतीय समयानुसार करीब 4 बजे स्पेसक्राफ्ट ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के साथ डॉक किया और फिर 5:54 मिनट पर शुभांशु शुक्ला समेत इस मिशन के सदस्यों ने इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर कदम रखा.
शुभांशु शुक्ला भारत की ओर से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में जाने वाले पहले और अंतरिक्ष में जाने वाले राकेश शर्मा के बाद दूसरे भारतीय हैं. उनके अलावा इस मिशन पर पोलैंड के Slawosz Uznanski-Wisniewski और हंगरी के Tibor Kapu भी अपने-अपने देश से स्पेस स्टेशन में जाने वाले पहले एस्ट्रोनॉट्स बने हैं. इन तीनों के अलावा इस मिशन की चौथी और सबसे अनुभवी सदस्य अमेरिका की Peggy Whitson हैं, जो इस मिशन की कमांडर भी हैं.
एक्सिम स्पेस ने अपने एक बयान में बताया कि, शुभांशु शुक्ला और उनके क्रू-मेंबर्स ने ऑर्बिटल लैबोरटरी में रहते हुए अंतरिक्ष में करीब 100 लाख किलोमीटर (96.5 लाख किलोमीटर) का सफर तय किया है और करीब 230 सनराइज़ यानी सूर्योदय देखे हैं.