हिंदू धर्म में श्रावण मास को बहुत महत्व दिया जाता है. इस वर्ष श्रावण मास 11 जुलाई से शुरू हो रहा है. यह पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित है. इस महीने में हर कोई भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश करता है. कहा जाता है कि श्रावण में भगवान शिव की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, इसके अलावा भगवान शिव की भक्ति से घर और जीवन में सुख-समृद्धि आती है. श्रावण मास में आने वाले प्रत्येक सोमवार का विशेष महत्व होता है. इस महीने में भगवान शिव के सभी भक्त पूरी श्रद्धा के साथ विभिन्न धार्मिक कार्यों में शामिल होते हैं. वे भगवान शिव को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं और प्रसाद के रूप में भगवान शिव को उनकी पसंदीदा चीजें अर्पित करते हैं. अगर आप भी श्रावण मास में सोमवार के दिन भगवान शिव का व्रत रख रहे हैं, तो भगवान शिव को कुछ प्रसाद चढ़ा सकते हैं.
शहद: श्रावण मास में भगवान शिव को शहद अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है. इसे मधु अभिषेक कहते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव को शहद अर्पित करने से जीवन की परेशानियां दूर होती हैं.
दही: दही भगवान शिव को अर्पित किए जाने वाले प्रमुख भोगों में से एक है. श्रावण मास में आप शिवलिंग को दही से स्नान करा सकते हैं. ऐसा कहा जाता है कि इससे जीवन की सभी प्रकार की बाधाएं और विपत्तियां दूर होती हैं.
दूध: भगवान शिव को ज्यादातर लोग दूध चढ़ाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि श्रावण मास में शिवलिंग पर दूध चढ़ाने से सकारात्मकता बढ़ती है.
बेलपत्र: कहा जाता है कि श्रावण मास में भगवान शिव को बेलपत्र अवश्य अर्पित करना चाहिए. बेलपत्र में देवी पार्वती का वास होता है, इसलिए बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है.
घी: भगवान शिव को गाय का घी चढ़ाना भी बहुत शुभ माना जाता है. गाय का घी चढ़ाने से जीवन में सकारात्मकता आती है और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त होता है.
सूजी की खीर: श्रावण मास में आप सूजी की खीर बनाकर भगवान शिव को भोग लगा सकते हैं. देसी घी, सूखे मेवे, चीनी और सूजी से बनी स्वादिष्ट सूजी की खीर भगवान शिव के प्रिय भोगों में से एक है.
मालपुआ: सौंफ, सूजी, खोया, दूध और केले से बने मालपुआ भगवान शिव का प्रिय भोग है. आप श्रावण मास के किसी भी सोमवार को मालपुआ बनाकर भगवान शिव को विशेष भोग के रूप में चढ़ा सकते हैं.
साबूदाना खीर: आप भगवान शिव को दूध, चीनी, मेवे और साबूदाने से बनी स्वादिष्ट साबूदाना खीर का भोग लगा सकते हैं. आप श्रावण सोमवार के व्रत के लिए भी साबूदाना खीर बनाकर प्रसाद के रूप में वितरित कर सकते हैं.
मखाना खीर: मखाना, चीनी, सूखे मेवे, दूध से बनी सात्विक मखाना खीर भी भगवान शिव को अर्पित की जा सकती है. भगवान शिव को खीर का भोग लगाने के बाद आप प्रसाद के रूप में मखाने की खीर भी बांट सकते हैं.
श्रावण मास में कितने सोमवार होते हैं? श्रावण मास में पड़ने वाले सोमवार को श्रावण सोमवार कहते हैं. इस दिन भगवान शिव के भक्त व्रत रखते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं. इस वर्ष चार श्रावण सोमवार पड़ रहे हैं. प्रत्येक सोमवार को शिवलिंग पर ताबीज चढ़ाने की परंपरा है.
- पहला सोमवार: 28 जुलाई: शिवमठ: चावल
- दूसरा सोमवार: 2 अगस्त: शिवमुथ: तिल
- तीसरा सोमवार: 11 अगस्त: शिवमूठ: मूंग
- चौथा सोमवार: 18 अगस्त: शिवमुथ: जौ
(डिस्क्लेमर: ये सामान्य जानकारी केवल पढ़ने के उद्देश्य से प्रदान की गई है. ईटीवी भारत ज्योतिषी के दावे की पुष्टि नहीं करता है.)
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