नई दिल्ली, 1 दिसंबर (आईएएनएस)। अगर आप अपने शरीर को हल्का और ताजगी भरा महसूस करना चाहते हैं, तो डिटॉक्स (शरीर की सफाई) की आदतें अपनाना जरूरी है। शरीर को डिटॉक्स करने का मतलब सिर्फ वजन घटाना नहीं है, बल्कि शरीर के अंदर जमा गंदगी को धीरे-धीरे बाहर निकालना है।
आयुर्वेद कहता है कि ‘आमा’ तब बनता है जब पाचन शक्ति कमजोर हो, भोजन पूरी तरह न पचे, रात में भारी खाना खा लिया जाए या बार-बार स्नैक्स खाए जाएं। जैसे-जैसे आमा बढ़ता है, शरीर में भारीपन, जोड़ों में जकड़न, चेहरे पर सुस्ती और कब्ज जैसी समस्याएं दिखने लगती हैं।
इसका आसान उपाय है हल्का भोजन, गर्म पानी और कुछ खास जड़ी-बूटी, जैसे त्रिफला, अदरक, हल्दी और घी। ये पाचन को मजबूत करते हैं और शरीर को धीरे-धीरे साफ करते हैं।
आधुनिक विज्ञान की मानें तो हाइड्रेशन, फाइबर युक्त खाना और एंटीऑक्सीडेंट शरीर को प्राकृतिक रूप से साफ करते हैं। जब लिवर और किडनी आराम से काम करते हैं, तो टॉक्सिन खुद ही बाहर निकल जाते हैं। गर्म पानी मेटाबॉलिज्म को तेज करता है, हल्दी और अदरक सूजन घटाते हैं और फाइबर आंतों में जमा गंदगी निकालकर पाचन सुचारू बनाता है।
छोटे-छोटे देसी नुस्खे भी बहुत असरदार हैं। सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी पिएं, रात में त्रिफला चूर्ण लें, शहद वाला गर्म पानी पाचन हल्का करता है, नींबू पानी लिवर को सपोर्ट करता है, जीरे का पानी गैस कम करता है और हल्दी वाला पानी त्वचा और लिवर के लिए फायदेमंद है। गरम पानी से स्नान करने, हल्का भोजन जैसे खिचड़ी या मूंग दाल लेने से शरीर हल्का महसूस करता है।
खिचड़ी, मौसमी फल, सब्जियों का सूप, छाछ, घी, नींबू, जीरा और अदरक को डाइट में शामिल करें। तला-भुना, ज्यादा मीठा, ठंडा पानी, रात में दही, बार-बार स्नैक्स और पैक्ड फूड से बचें। छोटे-छोटे रोजमर्रा के बदलाव से शरीर खुद हेल्दी महसूस करता है, चेहरे पर चमक आती है, पाचन बेहतर होता है और मूड हल्का हो जाता है।
सावधानी: यह केवल सामान्य जानकारी है। किसी भी आयुर्वेदिक दवा का इस्तेमाल करने से पहले योग्य वैद्य से सलाह जरूर लें।
–आईएएनएस
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