नई दिल्ली: वैश्विक यूनिकॉर्न ने 2025 में एक नए मुकाम हो हासिल किया है. हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2025 के अनुसार अब रिकॉर्ड 1,523 निजी स्वामित्व वाले स्टार्टअप हैं, जिनमें से प्रत्येक का मूल्य 1 बिलियन डॉलर से अधिक है, जो पिछले वर्ष से 70 की बढ़ोतरी है. कुल मिलाकर, इन यूनिकॉर्न की कीमत 5.6 ट्रिलियन डॉलर है.
यूनिकॉर्न क्या है?
यूनिकॉर्न को एक निजी स्वामित्व वाली स्टार्टअप कंपनी के रूप में डिफाइन किया जाता है जिसका मूल्यांकन 1 बिलियन डॉलर से अधिक होता है. 2013 में अमेरिकी वेंचर कैपिटलिस्ट ऐलीन का गढ़ा गया यह शब्द ऐसे सफल कैपिटलिस्ट की असाधारण दुर्लभता और ऐसे हाई वैल्यूएशन प्राप्त करने के लिए आवश्यक कारणों के यूनिक कॉम्बिनेशन को दिखाता है.
ये स्टार्टअप अब 52 देशों में फैले हुए हैं, जो 2019 से 120 फीसदी की बढ़ोतरी है. और 307 शहरों में काम करते हैं, जो भौगोलिक प्रसार में साल-दर-साल 160 फीसदी की बढ़ोतरी को दिखाता है.
कहां रहते है सबसे अधिक यूनिकॉर्न?
अमेरिका 758 यूनिकॉर्न (लगभग वैश्विक कुल का आधा) के साथ हावी है, पिछले साल 55 नए यूनिकॉर्न जोड़े हैं. दुनिया के दस सबसे मूल्यवान यूनिकॉर्न में से छह अमेरिका में स्थित हैं. सैन फ्रांसिस्को ने 199 यूनिकॉर्न के साथ यूनिकॉर्न कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड का खिताब बरकरार रखा है. इसके बाद न्यूयॉर्क है, जहां 142 यूनिकॉर्न हैं.
चीन 343 यूनिकॉर्न के साथ दूसरे स्थान पर बना हुआ है, जो बीजिंग, शंघाई और शेनझेन जैसे प्रमुख केंद्रों में फैले हुए हैं. देश में दस सबसे मूल्यवान यूनिकॉर्न में से तीन भी हैं- बाइटडांस, एंट ग्रुप और शीन है.
हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2025 में कुल 64 यूनिकॉर्न के साथ तीसरे स्थान पर है.
यूरोपीय देश तेजी से अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. कुल 112 यूनिकॉर्न के साथ, जर्मनी 36 और फ्रांस 30 के साथ वैश्विक टॉप 10 में सबसे आगे हैं. साथ ही स्वीडन, फिनलैंड और लक्जमबर्ग टॉप 30 में हैं.
टॉप 10 में शामिल सिंगापुर इस वर्ष 9वें स्थान पर पहुंच गया है. इसमें एक यूनिकॉर्न भी शामिल हो गया है, जिससे इसकी कुल संख्या 18 हो गई है, जो दक्षिण कोरिया के बराबर है.
ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2025 में भारत की रैंक क्या है?
भारत बढ़ते वैश्विक महत्व को दिखाता है. हुरुन ग्लोबल यूनिकॉर्न इंडेक्स 2025 में कुल 64 यूनिकॉर्न के साथ तीसरे स्थान पर है. सबसे ज्यादा यूनिकॉर्न वाले भारतीय शहरों में बेंगलुरू 7वें स्थान पर है, जबकि मुंबई 22वें और गुरुग्राम 27वें स्थान पर है.