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चार दिन पहले जन्मे शिशु को ले जा रहे थे घर, तभी 'मौत के मोड़' ने छीन लीं 4 जिंदगियां, हादसे की इनसाइड स्टोरी


हल्द्वानी: आखिरकार 7 साल बाद राठौर परिवार में उस वक्त खुशियों की लहर दौड़ पड़ी थी, जब परिवार में बेटे के रूप में एक मासूम ने जन्म लिया. दो बेटियों के बाद बेटा होने पर रिश्तेदार समेत तमाम सगे संबंधियों ने अस्पताल पहुंचकर बधाइयां दी. परिवार के ज्यादातर लोग मासूम बेटे को घर लाने के लिए अस्पताल गए, लेकिन किसको पता था कि जिस मासूम को वो लेने गए हैं, उसके साथ ही चार जिंदगियों भी चली जाएंगी. यह दुखद घटना हल्द्वानी में हुई है.

दरअसल, आज यानी 25 जून की सुबह हल्द्वानी में सुशीला तिवारी अस्पताल से तीन पानी को जाने वाली सिंचाई नहर में कार गिरने से चार दिन के मासूम के साथ परिवार के चार लोगों की जान चली गई. इस दर्दनाक हादसे में चार दिन पहले धरती पर आए मासूम के साथ उसके पिता, नानी और ताई भी मौत के मुंह में समा गए. अब पूरे हादसे की कहानी से रूबरू करवाते हैं. क्योंकि, यह पूरी घटना मासूम के इर्द गिर्द घूम रही है.

हल्द्वानी हादसे की इनसाइड स्टोरी (वीडियो- ETV Bharat)

22 जून को सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में हुई थी डिलीवरी: जानकारी के मुताबिक, उधम सिंह नगर जिले के किच्छा के बर्रा निवासी राकेश राठौर (उम्र 30 वर्ष) की पत्नी रामा देवी की चार दिन पहले सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी में डिलीवरी हुई थी. राकेश का बेटा होने पर बाद परिवार में खुशियां थी. मंगलवार यानी 24 जून की देर रात डॉक्टरों ने रामा देवी को डिस्चार्ज किया, लेकिन रात ज्यादा होने के चलते वो अस्पताल में ही रुक गए.

हल्द्वानी में नहर में गिरी कार (फोटो सोर्स- ETV Bharat)

25 जून की सुबह हादसे में मासूम समेत चार लोगों की मौत: आज सुबह यानी 25 जून को परिवार वाले गांव से एक जनप्रतिनिधि की कार लेकर सुशीला तिवारी अस्पताल पहुंचे. जहां रामादेवी, चार दिन का मासूम, रामादेवी का पति राकेश राठौर, राकेश की सास कमला देवी, राकेश की भाभी नीतू के अलावा चालक समेत दो अन्य लोग कार पर सवार होकर खुशी-खुशी घर की ओर निकले.

Haldwani Car Accident

अस्पताल में बिलखते परिजन (फोटो- ETV Bharat)

तभी फायर स्टेशन के पास कार अचानक सिंचाई विभाग की नहर में अनियंत्रित होकर गिर गई. हादसे में चार दिन का मासूम और उसका पिता राकेश राठौर, उसकी ताई नीतू और नानी 58 वर्षीय कमला देवी की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि, 3 लोग जिनमें मासूम की मां, ताऊ और कार चालक घायल हो गए. घायलों का सुशीला तिवारी अस्पताल में इलाज चल रहा है, जो खतरे से बाहर हैं.

हादसे में मौत-

  1. राकेश राठौर, उम्र 30 वर्ष
  2. नीतू (शिशु की ताई)
  3. कमला देवी, उम्र 58 वर्ष, (शिशु की नानी)
  4. शिशु पुत्र राकेश राठौर, उम्र 4 दिन

हादसे में घायल-

  1. रामा देवी पत्नी राकेश राठौर (शिशु की मां)
  2. शिशु के ताऊ
  3. कार चालक

हल्द्वानी पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे राकेश के परिवार वालों ने बताया कि बीती रविवार यानी 22 जून की रात 7:50 पर बेटे ने जन्म लिया था. जिससे परिवार में खुशियों की लहर दौड़ पड़ी थी, लेकिन किसको क्या पता था कि ऐसा हो जाएगा. उन्होंने रुंधे गले से कई बातें कही.

“राकेश खेती किसानी का काम करता था. 7 साल पहले राकेश की शादी हुई थी. जिसमें उनकी दो बेटियां हुई. अब उसका बेटा हुआ था. जिससे परिवार में खुशियों का माहौल था. ऐसे में परिवार के ज्यादातर लोग बेटे को घर लाने के लिए अस्पताल गए, लेकिन वो हादसे का शिकार हो गए.”– राकेश के रिश्तेदार

इस हादसे के बाद से परिवार पूरी तरह से टूट गया है. परिवार के बाकी लोग और रिश्तेदार हल्द्वानी पहुंच गए हैं. जहां उनका रो-रो कर बुरा हाल है. वहीं, ईटीवी भारत ने ग्राउंड जीरो पर जाकर हादसे की कारणों की वजह जानने की कोशिश की, जिसमें हादसे के फिलहाल कुछ ऐसे कारण सामने आए हैं, जिन्हें लेकर लोगों में गुस्सा भी है. हालांकि, अभी जांच के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आ पाएगी.

“जिस जगह पर यह हादसा हुआ है, वहां पर खतरनाक मोड़ है. वहां पर आए दिन हादसे होते रहते हैं. इस मामले को लेकर कई बार प्रशासन को अवगत करा चुके हैं, लेकिन प्रशासन नहर कवरिंग करने और वहां पर सुरक्षा दीवार लगाने की बजाय खुला छोड़ रहा है. जो हादसे का कारण बन रहे हैं.”– स्थानीय निवासी

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