नई दिल्ली: ताइवान स्थित कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी फॉक्सकॉन तमिलनाडु के ओरागदम में ईएसआर औद्योगिक पार्क में आईफोन के लिए केस बनाने के लिए एक नया मैन्यूफैक्चुरिंग प्लांट स्थापित करने की योजना बना रही है. द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि की गई है.
फॉक्सकॉन ने देश में अपनी पैठ मजबूत करने के लिए तमिलनाडु में एनक्लोजर बनाने की योजना बनाई है. औद्योगिक पार्क में उनके एनक्लोजर यूनिट के लिए निर्माण शुरू हो गया है. यह उनके आगामी डिस्प्ले मॉड्यूल असेंबली प्लांट के करीब एक अलग यूनिट होगी, जो उसी औद्योगिक पार्क में एडवांस चरणों में है.
यह भारत में iPhones के लिए इनक्लोजर बनाने के क्षेत्र में फॉक्सकॉन का पहला कदम होगा. फिलहाल, केवल टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ही इन इनक्लोजर को स्थानीय स्तर पर बना रहा है. एप्पल कई कंपनियों से एनक्लोजर मंगवाता है और फॉक्सकॉन उनमें से एक है. इसलिए, फॉक्सकॉन के लिए भारत में उत्पादन में विविधता लाना स्वाभाविक था.
इसके अलावा बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल भारत में आईफोन बनाने के लिए आवश्यक पूंजीगत उपकरण और मशीनों के निर्माण के लिए घरेलू कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है. इन मशीनों को देश में कंपनी के आईफोन विक्रेताओं को आपूर्ति की जाएगी.
फिलहाल फॉक्सकॉन भारत में अपने श्रीपेरंबदूर प्लांट से आईफोन असेंबल कर रही है. वह बेंगलुरु के पास देवनहल्ली में भी एक प्लांट लगाने जा रही है. आईफोन असेंबली के अलावा, फॉक्सकॉन हैदराबाद में अपनी नई इकाई में भारत में एयरपॉड्स की भी असेंबली करती है.
Apple का वैश्विक प्रोडक्शन
Apple के वैश्विक iPhone उत्पादन का लगभग 20 फीसदी भारत से आता है. चीन में गंभीर COVID-19 लॉकडाउन के बाद कंपनी ने भारत में अपना उत्पादन बढ़ा दिया, जिससे Apple के सबसे बड़े प्लांट में परिचालन बाधित हो गया, जिससे टेक दिग्गज को देश पर अपनी अत्यधिक निर्भरता कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
एप्पल की सप्लाई चेन में भारत की भूमिका असेंबली से आगे बढ़ गई है. कंपनी ने मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में 1.5 लाख करोड़ रुपये या लगभग 17.4 बिलियन डॉलर के iPhone निर्यात किए.