नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के जून 2025 में रेपो रेट में 0.50 फीसदी की कटौती के बाद देश के कई बड़े बैंकों ने अपने बचत खातों पर ब्याज दरें कम कर दी हैं. इससे बैंक ग्राहकों को अब पहले की तुलना में कम ब्याज मिलेगा, खासकर उन खाताधारकों को जिनके बैंक खाते में बड़ी रकम है.
इन बैंकों ने घटाई ब्याज दर
- एसबीआई- देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने 15 जून 2025 से सभी बचत खातों पर ब्याज दर एक समान 2.5 फीसदी सालाना कर दी है. पहले एसबीआई छोटे खातों (10 करोड़ रुपये से कम) पर 2.7 फीसदी और बड़े खातों (10 करोड़ रुपये या उससे अधिक) पर 3 फीसदी की दर से ब्याज देता था. अब हर खाते पर एक ही दर लागू होगी.
- एचडीएफसी बैंक- एचडीएफसी बैंक ने 10 जून 2025 से सभी बचत खातों पर ब्याज दर घटाकर 2.75 फीसदी प्रति वर्ष कर दी है. पहले 50 लाख रुपये से कम की राशि पर 2.75 फीसदी और 50 लाख रुपये या उससे अधिक पर 3.25 फीसदी ब्याज मिलता था. अब सभी खातों पर एक समान ब्याज मिलेगा.
- आईसीआईसीआई बैंक- आईसीआईसीआई बैंक ने भी 12 जून 2025 से अपने बचत खाते की ब्याज दरों में बदलाव किया है. पहले 50 लाख रुपये से अधिक की राशि पर 3.25 फीसदी और 50 लाख रुपये से कम पर 2.75 फीसदी ब्याज मिलता था. अब हर राशि पर 2.75 फीसदी प्रति वर्ष की एक समान दर से ब्याज मिलेगा.
- बैंक ऑफ बड़ौदा- बैंक ऑफ बड़ौदा अब जमा राशि के हिसाब से बचत खाते पर 2.7 फीसदी से 4.25 फीसदी तक ब्याज दे रहा है. ये दरें 12 जून 2025 से लागू हो गई है.
- फेडरल बैंक- फेडरल बैंक अब बचत खाते पर 2.5 फीसदी से 6.25 फीसदी तक ब्याज दे रहा है, जो ग्राहक के जमा की गई राशि पर निर्भर करेगा. ये नई दरें 17 जून 2025 से लागू हो गई हैं.
- इंडसइंड बैंक- इंडसइंड बैंक अब खाते पर 3 फीसदी से 5 फीसदी तक ब्याज दे रहा है, जो बैलेंस स्लैब के हिसाब से तय होगा. यह बदलाव 16 जून 2025 से प्रभावी है.
- आरबीएल बैंक- आरबीएल बैंक ने भी 16 जून 2025 से ब्याज दरों में संशोधन किया है. अब खाते पर 3 फीसदी से 6.75 फीसदी तक ब्याज मिलेगा, जो ग्राहक के खाते में जमा की गई राशि के आधार पर तय होगा.
क्या होगा असर?
इन बैंकों के फैसलों का खास तौर पर उन ग्राहकों पर असर होगा जो अपने बचत खाते में बड़ी रकम रखते हैं. अब उन्हें पहले से कम ब्याज मिलेगा.