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उत्तराखंड की 'शटलर दादी' का जलवा, उम्र की सीमा लांघ श्रीलंका में बैडमिंटन में लगाई पदकों की झड़ी


देहरादून (धीरज सजवाण): कहते हैं किसी भी काम को करने के लिए उम्र मोहताज नहीं होती. खेल की बात की जाए, तो उसमें जोशीले लोगों की कमी नहीं है. कुछ ऐसा ही कर दिखा रही हैं 66 साल की निर्मला नेगी, जिन्हें लोग अब ‘शटलर दादी’ के नाम से जानते हैं. ‘शटलर दादी’ ने अपनी प्रतिभा के बलबूते यह साबित भी किया है. निर्मला नेगी ने हाल ही में श्रीलंका में हुए सीलोन मास्टर्स इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड, सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं.

निर्मला नेगी ने श्रीलंका में किया देश का नाम रोशन: देहरादून ओएनजीसी से रिटायर हो चुकीं निर्मला नेगी ने रिटायरमेंट के बाद भी अपने अंदर के बैडमिंटन प्लेयर को जिंदा रखा और आज उनके घर पर मेडल और ट्रॉफियों का ढेर लगा है. 66 साल की निर्मला नेगी ने उस कहावत को चरितार्थ कर दिया है जिसमें उम्र को सिर्फ एक नंबर बताया जाता है. हाल ही में श्रीलंका में हुए सीलोन मास्टर्स इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियन 2025 में उन्होंने 65 प्लस वूमेन कैटेगरी में अहमदाबाद की अपनी पार्टनर तारामती परमार के साथ डबल्स में गोल्ड मेडल जिला.

शटलर दादी युवाओं के लिए बनी प्रेरणास्रोत (Video-ETV Bharat)

निर्मला नेगी का जगह-जगह हो रहा सम्मान: इसके अलावा दोनों ने 130 डबल्स में सिल्वर और फिर निर्मला ने इंडिविजुअल में ब्रॉन्ज मेडल हासिल कर देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है. देहरादून में निर्मला नेगी को लोग ‘शटलर दादी’ के नाम से जानते हैं. अलग-अलग जगहों पर निर्मला नेगी सम्मान समारोह भी किया जा रहा है. इसी के चलते विशेष प्रमुख खेल सचिव अमित सिन्हा ने निर्मला नेगी की हौसला अफजाई की और उनका सम्मान किया.

खेल विशेष प्रमुख सचिव अमित सिन्हा ने निर्मला नेगी को किया सम्मानित (Photo-ETV Bharat)

ONGC में सेवा के दौरान स्पोर्ट्स करियर की शुरुआत: ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए निर्मला नेगी बताती हैं कि उन्होंने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा ओएनजीसी में सेवाएं देते हुए निकाला. उन्होंने बताया कि उन्होंने साल 1982 में ओएनजीसी ज्वाइन किया था. साल 2019 में उन्होंने ओएनजीसी से रिटायरमेंट लिया था. इस दौरान ओएनजीसी में ही उन्होंने अपने स्पोर्ट्स करियर की शुरुआत की, जब ओएनजीसी में होने वाले इंटरनल गेम्स और रीजनल मीट्स में उनके द्वारा प्रतिभाग किया गया. लगातार उसके बाद उन्होंने अपनी स्किल को आगे बढ़ाया.

Shuttler dadi Nirmala Negi

निर्मला नेगी को जगह-जगह किया जा रहा सम्मानित (Photo-ETV Bharat)

निर्मला नेगी एथलीट भी हैं: निर्मला नेगी ने बताया कि वह केवल बैडमिंटन खिलाड़ी नहीं बल्कि एक एथलीट भी हैं और लगातार अपने आप को फिट रखती हैं. उम्र के इस पड़ाव में जहां शरीर दुनिया भर की बीमारियों से घिर जाता है, ऐसे में निर्मला नेगी अपने आप को कैसे इतना फिट रख पाती हैं, इसको लेकर भी हमने उनसे सवाल किया? उन्होंने बताया कि उनकी फिटनेस का राज उनकी दैनिक जीवनशैली में अच्छा खानपान और एक्टिवनेस के साथ उनका अनुशासन है. उन्होंने बताया कि वह सुबह से ही एक्सरसाइज के साथ अपनी रूटीन दिनचर्या में लग जाती हैं, जिसमें अधिकतर हिस्सा शारीरिक परिश्रम से जुड़ा हुआ है.

Shuttler dadi Nirmala Negi

मेहनत और लगन से पाया मुकाम (Photo-ETV Bharat)

युवा पीढ़ी को जंक फूड से दूर रखने की जरूरत: निर्मला नेगी ने युवा पीढ़ी को खराब जीवनशैली और जंक फूड से दूर रहने की अपील है. इसके लिए उन्होंने पेरेंट्स को भी जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि सभी अभिभावकों को इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि आज की युवा पीढ़ी हमारे देश का कल का भविष्य है. निर्मला नेगी का कहना है कि-

हमें ज्यादा से ज्यादा यूथ जेनरेशन को शारीरिक परिश्रम की ओर प्रेरित करना चाहिए. स्पोर्ट्स के साथ-साथ फिटनेस में यूथ को आगे बढ़ाने की जरूरत है. खासतौर से उन बच्चों को प्रेरित किया जाना चाहिए जो पढ़ाई में ज्यादा अच्छा नहीं कर पाते हैं. खेल एक ऐसा विकल्प है जो उन्हें अच्छा करियर दे सकता है. आज अच्छा खेलने वाले खिलाड़ियों को भी अच्छी नौकरियां ऑफर की जा रही हैं.
-निर्मला नेगी, शटलर दादी-

पहाड़ी खान-पान पसंद: निर्मला नेगी ने बताया कि आज वह 66 साल की उम्र में चल रही हैं. इसके बावजूद भी शारीरिक रूप से पूरी तरह से फिट हैं. इसके लिए वह अपने उत्तराखंड और पहाड़ की संस्कृति और यहां के खान-पान की बेहद आभारी हैं. उन्होंने बताया कि वह ज्यादातर पहाड़ पर तो नहीं रही हैं, लेकिन उनके माता-पिता और उससे पहले की पीढ़ी सभी ने पहाड़ का बेहद सरल जीवन जीया है. निर्मला नेगी बताती हैं कि उनके घर में अक्सर पहाड़ी उत्पाद कोदा, झंगोरा और सभी हाई वैल्यू प्रोटीन खाया जाता था, जिससे वो आज भी फिट हैं.

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