मुंबई: कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन शेयर बाजार रेड जोन में बंद हुआ. बीएसई पर सेंसेक्स 868 अंकों की गिरावट के साथ 81,646.79 पर क्लोज हुआ. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 1.14 फीसदी की गिरावट के साथ 24,855.60 पर बंद हुआ.
आज के कारोहार के दौरान टेक महिंद्रा, अपोलो हॉस्पिटल्स, सन फार्मा, बजाज फिनसर्व, विप्रो के शेयर टॉप गेनर के लिस्ट में शामिल रहा. जबकि टाटा मोटर्स, कोल इंडिया, टाटा स्टील, श्रीराम फाइनेंस, एलएंडटी के शेयर टॉप लूजर के लिस्ट में शामिल रहे.
- सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान पर कारोबार किए, जिसमें ऑटो, एफएमसीजी, मेटल, ऑयल एंड गैस, रियल्टी में 1-1 फीसदी की गिरावट आई.
- बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 1-1 फीसदी की गिरावट आई.
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट क्यों?
- मध्य पूर्व में नए सिरे से भू-राजनीतिक तनाव के कारण भारत समेत वैश्विक बाजार में उथल-पुथल मच गई. अमेरिका और ईरान के बीच संघर्ष की बढ़ती आशंकाओं के बीच एशियाई और यूरोपीय सूचकांकों में भारी गिरावट आई.
- अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौता बाजार की धारणा को बढ़ाने में विफल रहा है, क्योंकि निवेशक अधिक व्यापक और निर्णायक समझौते की उम्मीद कर रहे थे. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि चीन अमेरिका को दुर्लभ खनिज और चुम्बक मुहैया कराएगा, जबकि अमेरिका अपने विश्वविद्यालयों में चीनी छात्रों का स्वागत करना जारी रखेगा. हालांकि, सौदे की अंतिम शर्तों को अभी भी ट्रंप और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग दोनों की मंजूरी का इंतजार है.
- वैश्विक शेयर बाजारों में गुरुवार को गिरावट जारी रही, जिससे भारतीय बाजारों पर दबाव बढ़ गया, क्योंकि निवेशक अमेरिका के कमजोर मुद्रास्फीति आंकड़ों, जारी व्यापार चिंताओं और बढ़ते भू-राजनीतिक तनावों से जूझ रहे.
- इस साल के अंत में फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों में कटौती शुरू करने की बढ़ती उम्मीदों के बीच अमेरिकी डॉलर लगभग दो महीने के निचले स्तर पर कमजोर हो गया.
- अमेरिका-ईरान वार्ता से पहले मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के कारण पिछले सत्र में तीव्र उछाल के बाद गुरुवार को कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई.
ओपनिंग का बाजार
कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन शेयर बाजार सपाट पर खुला. बीएसई पर सेंसेक्स 56 अंकों की बढ़ोतरी के साथ 82,571.67 पर ओपन हुआ. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 0.09 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 25,164.45 पर खुला.