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इन 6 बैंकों ने घटाईं ब्याज दरें, अब कम हो जाएगी EMI, देखें किस बैंक से मिलेगा सबसे सस्ता लोन


नई दिल्ली: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 6 जून को रेपो दर में 50 आधार अंकों की कटौती की. जिसके बाद अब अलग-अलग बैंकों ने भी लेडिंग में कटौती करना शुरु कर दिया है. आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए नीति दर को 6.00 फीसदी से घटाकर 5.50 फीसदी कर दिया.

  1. बैंक ऑफ बड़ौदा- बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) ने अपने बड़ौदा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (बीआरएलएलआर) में 50 आधार अंकों की कटौती करते हुए इसे 8.65 फीसदी से घटाकर 8.15 फीसदी कर दिया है. सरकारी स्वामित्व वाले बैंक ने 2.65 फीसदी का अपना मार्क-अप बरकरार रखा. ये 7 जून से प्रभावी है.
  2. पंजाब नेशनल बैंक- पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने भी इसी तरह अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) को घटाकर 9.10 फीसदी कर दिया है, जो 10 जून से प्रभावी है, जो पहले 9.60 फीसदी थी. इस कटौती का उद्देश्य घर, ऑटो और एमएसएमई लोन को और अधिक किफायती बनाना है.
  3. यूको बैंक- यूको बैंक ने भी अपनी दरों में कटौती की है, 9 जून से आरएलएलआर में 50 आधार अंकों की कटौती कर इसे 8.30 फीसदी कर दिया है, और अलग-अलग अवधियों में एमसीएलआर में 10 आधार अंकों की कटौती की है, जिससे एक वर्ष की एमसीएलआर अब 9 फीसदी हो गई है.
  4. एचडीएफसी बैंक- एचडीएफसी बैंक ने धीमी होती अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई के 50 आधार अंकों की रेपो दर में कटौती के बाद अपनी बेंचमार्क उधार दरों में कटौती की. बैंक ने सभी लोन अवधियों में अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-बेस्ड लेंडिंग रेट्स (एमसीएलआर) में 10 आधार अंकों की कमी की. 7 जून से प्रभावी, ओवरनाइट और एक महीने की एमसीएलआर अब 8.90 फीसदी है, तीन महीने की दर 8.95 फीसदी है, और छह महीने और एक साल की दरों को 9.05 फीसदी पर समायोजित किया गया है. दो और तीन साल की दरों को 9.20 फीसदी से घटाकर 9.10 फीसदी कर दिया गया.
  5. बैंक ऑफ इंडिया- बैंक ऑफ इंडिया भी ब्याज दरों में कटौती की दौड़ में शामिल हो गया है. इसने अपनी रेपो आधारित उधार दर (आरबीएलआर) को 8.85 फीसदी से घटाकर 8.35 फीसदी कर दिया है. यह 6 जून, 2025 से प्रभावी हो गया.
  6. इंडियन बैंक- इंडियन बैंक ने अपनी रेपो लिंक्ड बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स (RBLR) को 8.70 फीसदी से घटाकर 8.20 फीसदी कर दिया है, संशोधित दर 6 जून, 2025 से प्रभावी हो गया.

आरएलएलआर क्या है?
रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट (आरएलएलआर) वह ब्याज दर है जिस पर बैंक ग्राहकों को लोन देते हैं, जो आरबीआई के रेपो रेट पर आधारित होता है. रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट शब्द का मतलब ऐसी ब्याज दर है जो रेपो रेट से जुड़ी होती है. अक्टूबर 2019 में जारी आरबीआई सर्कुलर में कहा गया है कि बैंक अपने खुदरा लोन को बाहरी बेंचमार्क लेंडिंग दरों से जोड़ें, जिन्हें ई-बीएलआर के रूप में जाना जाता है. नतीजतन, रेपो रेट अधिकांश बैंकों के लिए बेंचमार्क बन गई है.

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