नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)। नींद हमारे शरीर के लिए रिपेयरिंग का समय होती है, लेकिन आजकल बहुत से लोग थकान के बाद भी ठीक से सो नहीं पाते। ऐसे में आयुर्वेद के कुछ नुस्खों को अपनाकर आप सुकून की नींद सो सकते हैं। अच्छी और गहरी नींद के लिए आप सोने से पहले इन आयुर्वेदिक ड्रिंक्स को ट्राई कर सकते हैं।
रात के समय वात बढ़ जाता है, इसलिए गरम, हल्का और सात्त्विक पेय शरीर और दिमाग दोनों को राहत देते हैं। दूध, घी, हल्के मसाले और कुछ खास जड़ी-बूटियां रात के समय मानसिक तनाव घटाकर शरीर को शांत कर देती हैं। विज्ञान भी मानता है कि गर्म पेय तंत्रिका तंत्र को शांत करते हैं, ट्रिप्टोफैन और मेलाटोनिन बनाने में मदद करते हैं और पाचन आसान बनाते हैं, जिससे नींद जल्दी और गहरी आती है।
अब बात करते हैं उन रात के पेयों की, जिन्हें आप अपनी नाइट रूटीन में जोड़ सकते हैं। सबसे पहला है हल्दी दूध, जिसे आजकल गोल्डन मिल्क भी कहा जाता है। हल्दी दिमाग को आराम देती है और हल्का सा घी मिलाने से नींद और भी बेहतर होती है। दूसरा है अश्वगंधा दूध, यह तनाव घटाने में बेहद फायदेमंद माना जाता है और इसे पीने से नींद की गहराई बढ़ती है। तीसरा विकल्प है दालचीनी दूध। दालचीनी पाचन को आसान करती है और इसकी हल्की मिठास मन को शांत कर देती है, जिससे नींद जल्दी आती है।
अगर आप दूध नहीं पीते, तो हर्बल विकल्प भी बेहतरीन हैं। ब्राह्मी टी मन को बिल्कुल शांत कर देती है और दिनभर के मानसिक तनाव से राहत देती है। जिन लोगों को दिमाग में लगातार विचार चलते रहने की समस्या होती है, उनके लिए ब्राह्मी का काढ़ा बहुत मददगार हो सकता है। इसके अलावा, कैमोमाइल टी भले ही यह आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी नहीं है, लेकिन इसकी पत्तियां शरीर को रिलैक्स करने में काफी असरदार होती हैं। यह तनाव घटाती है और दिल की धड़कन को सामान्य बनाकर नींद की गुणवत्ता बढ़ाती है।
कुछ हल्के पेय भी रात में शानदार असर देते हैं, जैसे गुनगुने पानी में थोड़ा सा शहद। यह त्वचा, पाचन और मन तीनों पर सकारात्मक असर डालता है और शरीर में जीवन शक्ति बढ़ाता है। खसखस का ड्रिंक भी बेचैनी और अनिद्रा से परेशान लोगों के लिए उपयोगी माना जाता है। वहीं, सौंफ का गरम पानी पाचन ठीक रखकर नींद में रुकावट नहीं आने देता।
इन पेयों को रात के खाने के 45 मिनट बाद लेना सबसे अच्छा माना जाता है। बहुत गरम पेय न लें, ज्यादा मसाले न डालें और पीते समय मोबाइल स्क्रीन से दूरी बनाए रखें। पेय धीरे-धीरे सिप लें और खत्म करने के बाद तुरंत लेट जाएं।
यह जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है, इसलिए किसी भी आयुर्वेदिक दवा या जड़ी-बूटी का उपयोग करने से पहले योग्य वैद्य से सलाह जरूर लें।
–आईएएनएस
पीआईएम/एबीएम

