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हैवी डाइट फॉलो करने की जरूरत नहीं! ब्लड शुगर कंट्रोल करना है तो बस अपनाएं ये आसान टिप्स


डायबिटीज से पीड़ित लोगों को अपने खानपान पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है. हालांकि बहुत से लोग डॉक्टरों द्वारा बताई गई दवाइयों को लेना जानते हैं, लेकिन फिर भी वे त्योहारों के नाम पर अपने स्वास्थ्य की अनदेखी करते हैं. डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज रोगियों के लिए दवा या भोजन नहीं, बल्कि पैदल चलना सबसे अच्छी दवा है. अगर डायबिटीज रोगी सुबह-शाम टहलें तो उनका शुगर लेवल कंट्रोल में रहेगा. ऐसा कहा जाता है कि पैदल चलना डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद इलाज है. डायबिटीज रोगियों के लिए पैदल चलने फायदे कुछ इस प्रकार है…

डायबिटीज के मरीजों को हर रोज कुछ मिनट पैदल चलने की आदत डालनी चाहिए. इसके साथ ही रोज थोड़ा पैदल चलने की आदत डालना सेहत के लिए बहुत अच्छा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इससे बेहतर कोई दवा नहीं है, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं. पैदल चलने से दिल की सेहत बेहतर होती है. वेट मैनेजमेंट में सुधार होता है. दिल की बीमारी और टाइप 2 डायबिटीज जैसी लॉन्ग टर्म बीमारियों से बचाव होता है.

डायबिटीज रोगियों के लिए पैदल चलना भी एक अद्भुत उपाय है. नियमित रूप से पैदल चलने से शरीर में इंसुलिन संवेदनशीलता (Insulin sensitivity) में सुधार होता है. इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है. वहीं, हर दिन कम से कम एक घंटे पैदल चलने से इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार होता है. इससे मांसपेशियों में ग्लूकोज का अवशोषण बढ़ता है. इससे ग्लाइसेमिक कंट्रोल में सुधार होता है. ब्लड शुगर के लेवल को बनाए रखने में मदद मिलती है.

पैदल चलना इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करके और इंसुलिन प्रतिरोध को कम करके शरीर में शुगर के स्तर में बढ़ोतरी को रोकने में प्रभावी है. पैदल चलना न केवल शुगर को नियंत्रित करने में बल्कि ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में भी कारगर है. इससे हृदय संबंधी रिस्क कम हो जाता है.
हाल ही में पब्लिश एक अध्ययन से पता चला है कि डायबिटीज के जोखिम को कम करने में पैदल चलना बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यअध्ययन ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में प्रकाशित हुआ था. इस स्टडी में 5 लाख से अधिक मधुमेह रोगियों का अध्ययन किया गया था. जब एकत्र किए गए आंकड़ों का विश्लेषण किया गया, तो पाया गया कि टाइप 2 डायबिटीज को कम करने में पैदल चलना महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

इंडियन जर्नल ऑफ एंडोक्रिनोलॉजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में पांच दिन, प्रतिदिन 30 से 45 मिनट तक पैदल चलने से ग्लाइसेमिक नियंत्रण में सुधार होता है और टाइप 2 मधुमेह वाले व्यक्तियों में जटिलताओं के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है.

(नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. लेकिन, बेहतर होगा कि इन पर अमल करने से पहले आप अपने निजी डॉक्टर की सलाह ले लें.)

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