लंबे समय से प्रतीक्षित देहरादून-मसूरी रोपवे योजना अब आकार लेने लगी है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का निर्माण कार्य तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है। देहरादून से लगे पुरकुल गांव में बनने वाले लोअर टर्मिनल स्टेशन की ग्राउंड फ्लोर का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अब वहां दूसरी मंजिल का कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके साथ ही, तीन मंजिला पार्किंग का निर्माण कार्य भी पूर्ण हो चुका है, जबकि चौथी मंजिल के लिए शटरिंग का कार्य प्रगति पर है।
दूसरी ओर, मसूरी के गांधी चौक क्षेत्र में प्रस्तावित अपर टर्मिनल स्टेशन का निर्माण भी आरंभ हो चुका है। वहां तक पहुंचने के लिए सड़क (एप्रोच रोड) बना दी गई है। परियोजना में कुल 26 टावर स्थापित किए जाने हैं, जिनमें से 11 की नींव का कार्य सफलतापूर्वक पूरा हो गया है, जबकि शेष टावरों की नींव डालने का कार्य जारी है।
उम्मीद जताई जा रही है कि लगभग डेढ़ साल के भीतर यह रोपवे आम यात्रियों के लिए खुल जाएगा, जिससे पहाड़ी सफर केवल 15 मिनट में तय किया जा सकेगा।
पर्यटन के मौसम में मसूरी जाने वाले मार्ग पर लगने वाले लंबे जाम और पार्किंग की विकट समस्या को देखते हुए, उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद ने इस परियोजना की शुरुआत की है। वर्ष 2024 की शुरुआत में, पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत ‘मसूरी स्काइवार कंपनी’ को इस कार्य की जिम्मेदारी सौंपी गई। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से यह रोपवे परियोजना तैयार की जा रही है, जो पर्यटन को नया आयाम देगी।
पुरकुल और गांधी पार्क के बीच बनेगा रोपवे, विशाल पार्किंग व पर्यटक सुविधाओं का भी प्रावधान
देहरादून-मसूरी रोपवे का एक सिरा देहरादून के नज़दीक स्थित पुरकुल गांव में बनाया जा रहा है, जबकि दूसरा सिरा मसूरी के गांधी पार्क क्षेत्र में स्थापित किया जा रहा है। पुरकुल में आने वाले पर्यटकों के वाहनों की पार्किंग के लिए एक विशाल दस मंजिला भवन तैयार किया जा रहा है, जिसमें एक समय में लगभग दो हजार से अधिक गाड़ियाँ खड़ी की जा सकेंगी।
इसके अलावा, इस परिसर में पर्यटकों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कैफेटेरिया, स्वच्छ शौचालय और अन्य बुनियादी सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं, जिससे लोग यात्रा से पहले या बाद में कुछ समय आराम से बिता सकें।
पर्यटन विभाग का कहना है कि यह परियोजना वर्ष 2026 के अंत तक पूरी तरह से तैयार हो जाएगी और यात्रियों के लिए खुल जाएगी।