देहरादून में ग्रीष्मकालीन पर्यटन सीजन की शुरुआत होते ही शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की चहल-पहल देखने को मिल रही है। रविवार को छुट्टी का दिन होने के चलते सहस्रधारा, लच्छीवाला और गुच्चुपानी जैसे स्थानों पर सैलानियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
पर्यटकों की संख्या और रोमांचक गतिविधियां
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गुच्चुपानी (रॉबर्स केव) में रविवार को करीब 7,100 पर्यटक पहुंचे।
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सहस्रधारा में लगभग 2,000 लोग प्राकृतिक झरनों के बीच मौज-मस्ती के लिए आए।
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वहीं लच्छीवाला नेचर पार्क में 1,450 पर्यटकों ने जलक्रीड़ा और बोटिंग का आनंद लिया।
सहस्रधारा और लच्छीवाला में पर्यटकों ने ट्यूब्स की मदद से जलस्रोतों में नहाते हुए, ठंडे पानी की धारा में अटखेलियां कीं और सेल्फियां लेकर अपने अनुभवों को कैमरे में कैद किया। लच्छीवाला में बोटिंग और बच्चों के लिए झूले विशेष आकर्षण का केंद्र बने रहे।
गुच्चुपानी में रोमांच का अनुभव
गुच्चुपानी में सैलानियों ने पानी के रास्ते चलते हुए प्रसिद्ध ‘लुटेरों की गुफाओं’ तक पहुंच कर प्राकृतिक रोमांच का भरपूर लुत्फ उठाया। आसपास के हरे-भरे जंगल और शीतल जलधाराएं पर्यटकों को प्रकृति से जोड़ने वाली अद्भुत छवि प्रस्तुत कर रही हैं।
स्ट्रीट फूड बना आकर्षण
पर्यटन स्थलों के आसपास लगे फूड स्टॉल्स भी आकर्षण का केंद्र बने रहे। चाट, कुल्फी, भुट्टा, और पहाड़ी व्यंजन चखते हुए पर्यटकों ने दिन भर का आनंद दोगुना कर दिया।
स्थानीय पर्यटन को मिला बढ़ावा
पर्यटकों की बढ़ती आमद ने स्थानीय व्यापारियों और टूरिज्म सेक्टर को नई रफ्तार दी है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले हफ्तों में पर्यटकों की संख्या और बढ़ेगी।
गर्मियों की शुरुआत होते ही देहरादून के पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ने लगी है। विशेष रूप से सप्ताहांत और छुट्टियों के दिनों में शहर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर भारी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं, जिससे यातायात जाम की समस्या भी सामने आ रही है।
रविवार को स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो गई जब देहरादून के प्रसिद्ध स्थल गुच्चुपानी (रॉबर्स केव) में करीब 7,100 पर्यटक पिकनिक मनाने पहुंचे। सुबह से ही गढ़ीकैंट से लेकर गुच्चुपानी तक वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे मार्ग पर यातायात धीमा पड़ गया।
पर्यटक वाहनों को रेंग-रेंगकर गुच्चुपानी तक पहुंचना पड़ा, वहीं स्थानीय निवासियों को भी इस भारी भीड़ के कारण परेशानी झेलनी पड़ी।
शाम के समय जब पर्यटकों की वापसी शुरू हुई तो धीरे-धीरे जाम की स्थिति सामान्य हो पाई और ट्रैफिक पूरी तरह से सुचारु हुआ।
प्रशासन के लिए चुनौती
इस बढ़ती भीड़ ने ट्रैफिक और स्थानीय व्यवस्था को प्रभावित किया है। आने वाले गर्मियों के सीजन में पर्यटकों की संख्या और बढ़ने की संभावना है, ऐसे में प्रशासन के लिए ट्रैफिक प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण एक बड़ी चुनौती बन सकता है।