हम सभी यह चाहते हैं कि लोग हमारी बातों से प्रभावित हों, हमारी सोच और व्यक्तित्व की सराहना करें। लेकिन कभी-कभी, बिना जाने हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं, जो हमारी छवि यानी इमेज को नुकसान पहुंचा सकती हैं और इसके बजाय लोग हमसे प्रभावित होने के बजाय हमसे दूर होने लगते हैं।
इसके तीन मुख्य कारण हैं– खराब बॉडी लैंग्वेज, आत्मविश्वास की कमी और संवाद का गलत तरीका। आइए, इन तीनों पहलुओं को समझते हैं और यह भी जानते हैं कि इनमें सुधार कैसे किया जा सकता है।
खराब बॉडी लैंग्वेज
बॉडी लैंग्वेज हमारे व्यक्तित्व का आईना होती है। यह बिना शब्दों के ही दूसरों को हमारे बारे में बहुत कुछ समझा देती है। यदि आपकी बॉडी लैंग्वेज सही नहीं है, तो लोग आपसे प्रभावित होने के बजाय आपकी नकारात्मक छवि बना लेते हैं। जैसे कि:
- आंखों से संपर्क न बनाना: यदि आप सामने वाले की आंखों में नहीं देखते हैं, तो यह यह दिखाता है कि आपके पास आत्मविश्वास की कमी है या आप कुछ छिपा रहे हैं।
- सिर झुका कर चलना या बैठना: यह आपकी कमजोरी और असुरक्षा को दर्शाता है।
- हाथों को बांध कर रखना: यह बॉडी लैंग्वेज आपके क्लोज एटिट्यूड को दिखाती है, जो लोगों को आपसे जुड़ने से रोकता है।
-
कॉन्फिडेंस की कमी (Lack of Confidence)
आत्मविश्वास वह गुण है, जो आपको दूसरों से अलग और प्रभावशाली बनाता है। अगर आपमें आत्मविश्वास की कमी है, तो लोग आपकी बातों और विचारों को गंभीरता से नहीं लेंगे। आत्मविश्वास की कमी के कुछ संकेत होते हैं:- बोलने में हिचकिचाहट: यदि आप अपनी बात स्पष्ट रूप से नहीं रख पाते, तो लोग आप पर भरोसा नहीं करेंगे।
- खुद को कम आंकना: जब आप खुद को दूसरों से कम समझते हैं, तो लोग भी आपको उसी नजरिए से देखने लगते हैं।
- फैसले लेने में डर: आत्मविश्वास की कमी के कारण लोग फैसले लेने से बचते हैं, जिससे उनकी इमेज कमजोर होती है।
आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए, खुद पर विश्वास करना सीखें, अपनी कमजोरियों को स्वीकार करें और उन पर काम करें। जब आप खुद पर विश्वास करेंगे, तो लोग भी आप पर विश्वास करेंगे।
बातचीत का गलत तरीका
आपकी बातचीत का तरीका भी लोगों पर प्रभाव डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि आपकी बातचीत का तरीका सही नहीं है, तो लोग आपसे जल्दी जुड़ नहीं पाएंगे। बातचीत में होने वाली कुछ सामान्य गलतियां हैं:- बिना सुने बोलना: यदि आप सामने वाले की बात को ध्यान से नहीं सुनते, तो यह उन्हें निराश कर सकता है।
- नेगेटिव बातें करना: लगातार शिकायत करना या नकारात्मक बातें करने से लोग आपसे दूर हो जाते हैं।
- अस्पष्ट भाषा का इस्तेमाल: यदि आपकी बात साफ नहीं है, तो लोग आपकी बात समझ नहीं पाएंगे और आपसे जुड़ाव महसूस नहीं करेंगे।बातचीत के तरीके को सुधारने के लिए, एक्टिव लिसनर बनें, पॉजिटिव बातें करें और अपनी बात को साफ और प्रभावी तरीके से रखें।