देहरादून: भारत सरकार द्वारा स्वदेशी खेलों को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के प्रयासों के तहत “खो-खो” खेल को नया जीवन देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है। इस कड़ी में भारत में खो-खो का पहला वर्ल्ड कप आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्घाटन 13 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में होगा।
उत्तराखंड के तीन खिलाड़ियों को खो-खो वर्ल्ड कप के चयन कैंप के लिए चुना गया है। महिला वर्ग में हल्द्वानी के हल्दूचौड़ निवासी अंजू आर्या, पुरुष वर्ग में ऋषिकेश के अभिषेक त्रिशूलिया और लक्ष्मण ठाकुर को टीम कैंप में स्थान मिला है। ये खिलाड़ी सभी साधारण परिवारों से हैं और इन्होने स्कूल स्तर से शौकिया तौर पर खो-खो खेलना शुरू किया था।
खो-खो एक प्राचीन भारतीय खेल है, जिसका उल्लेख महाभारत जैसी पौराणिक कथाओं में भी किया गया है। यह खेल महाराष्ट्र से शुरू हुआ था और आज पूरी दुनिया के छह महाद्वीपों में खेला जाता है।
24 देशों की भागीदारी
पहले खो-खो वर्ल्ड कप में कुल 24 देशों की टीमें हिस्सा लेंगी, जिनमें इंग्लैंड, जर्मनी, हॉलैंड और अमेरिका जैसे देशों की टीमें शामिल होंगी। इनमें 16 पुरुष और 16 महिला टीमों के अलावा कुछ देश ऑब्जर्वेशन डेलिगेट भी भेजेंगे। प्रत्येक टीम में 18 सदस्य होंगे, जिनमें 15 खिलाड़ी, 1 कोच, 1 मैनेजर और 1 सपोर्ट स्टाफ का सदस्य होगा।
प्रैक्टिस सेशन और व्यवस्थाएं
प्रतिभागियों के लिए प्रैक्टिस सेशन 8 जनवरी 2024 से इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित होंगे, जहां 1200 प्रैक्टिस मैट्स बिछाए जाएंगे। आयोजन स्थल पर खिलाड़ियों के लिए सभी जरूरी सुविधाओं के साथ मेडिकल इमरजेंसी के लिए भी आपातकालीन टीम का गठन किया जाएगा। इसके अलावा, मीडिया के लिए विशेष सुविधाओं से सुसज्जित एक मीडिया सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जिससे इस खेल के प्रचार और प्रसार में मदद मिल सके।
यह आयोजन भारतीय खेलों के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ने वाला है और खो-खो के खेल को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण साबित होगा।