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उत्तराखंड की जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ा फैसला..दो कैदियों के फरार होने के बाद जेल प्रशासन दिए कुछ कड़े निर्देश

उत्तराखंड की जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बड़ा फैसला लिया गया है। देहरादून जिला कारागार से दो कैदियों के फरार होने के बाद, जेल प्रशासन ने सभी जेलों में सुरक्षा प्रबंधों को कड़ा करने के निर्देश दिए हैं। सुरक्षा प्रोटोकॉल के आधार पर नई व्यवस्था बनाई जाएगी, और जेलों में बिना अनुमति कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा, जिससे ऐसी घटनाएं दोबारा उत्पन्न हो सकें।

जिला कारागार से आजीवन कारावास और अपहरण के मामलों में कैदियों के फरार होने के बाद, जेल प्रशासन ने सभी जेलों में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के निर्देश जारी किए हैं। निर्देश में कहा गया है कि सुरक्षा प्रोटोकॉल के आधार पर व्यवस्था बनाई जाए।

अब जेलों में बिना अनुमति कोई भी ऐसा कार्य नहीं किया जाएगा, जिससे इस प्रकार की घटनाएं उत्पन्न हो सकें। कैदियों और मुलाकातियों पर विशेष निगरानी रखने के भी निर्देश दिए गए हैं।

दो कैदी दीवार कूदकर हुए थे फरार
रोशनाबाद स्थित जिला कारागार में शनिवार रात रामलीला मंचन के दौरान, दो कैदी दीवार से कूदकर फरार हो गए थे। इनमें एक कैदी वाल्मीकि गैंग से जुड़ा था और हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था, जबकि दूसरा अपहरण के मामले में विचाराधीन है। यह घटना उस समय हुई जब दोनों दर्शक दीर्घा में बैठकर रामलीला का मंचन देख रहे थे। जेल से भागे ये दो कैदी

सीढ़ी को दीवार से कूदने का सहारा
दोनों कैदियों ने जेल में चल रहे निर्माण कार्य के लिए रखी गई सीढ़ी का सहारा लेकर दीवार से कूदने का तरीका अपनाया। इतनी बड़ी घटना के बावजूद, जेल प्रशासन ने पुलिस को 10 घंटे बाद सूचना दी। इस गंभीर चूक को देखते हुए, मुख्यालय कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा विभाग ने प्रभारी जेल अधीक्षक समेत छह कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है।

सुरक्षा के लिए दिए निर्देश
इस प्रकार की लापरवाही की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार को शासन में जेलों की सुरक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें सुरक्षा से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की जाएगी और दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे। वहीं, फरार कैदियों के बारे में अब तक कोई जानकारी न मिल पाने के कारण जेल प्रशासन में चिंता का माहौल है। डीआईजी जेल इस घटना की बारीकी से जांच कर रहे हैं और उनकी रिपोर्ट दो या तीन दिनों में सौंपी जा सकती है।

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