भराड़ीसैंण में सुरक्षा प्रबंधों को सख्त कर दिया गया है। विपक्ष सदन के भीतर और बाहर आपदा, कानून व्यवस्था, और अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी में है। दूसरी ओर, राज्य सरकार ने विपक्ष के हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए एक रणनीति तैयार की है। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा में मानसून सत्र बुधवार से आरंभ होगा। सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके, इसके लिए विधानसभा सचिवालय ने सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी कर ली हैं।
भराड़ीसैंण में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। विपक्ष सदन के अंदर और बाहर आपदा, कानून व्यवस्था, और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को चुनौती देगा, जबकि राज्य सरकार ने विपक्ष के हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए एक रणनीति तैयार की है। यह पहली बार है जब भराड़ीसैंण में मानसून के मौसम में सत्र का आयोजन किया जा रहा है।
सत्र के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल समेत अन्य मंत्री और विधायक भराड़ीसैंण पहुंच चुके हैं। लगभग डेढ़ साल के अंतराल के बाद सरकार के आगमन से भराड़ीसैंण में रौनक लौट आई है। विधानसभा के आसपास सुरक्षा प्रबंध सख्त कर दिए गए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने मंगलवार को भराड़ीसैंण पहुंचकर व्यवस्थाओं की समीक्षा की। 21 अगस्त से शुरू होने वाले तीन दिवसीय सत्र के दौरान प्रदेश सरकार की ओर से सदन में पांच हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। इसके अलावा, कई विधेयक और रिपोर्ट भी पटल पर प्रस्तुत की जाएंगी। विपक्ष की योजना है कि वे केदारनाथ समेत राज्य के विभिन्न हिस्सों में आई आपदाओं, महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्याओं के बढ़ते मामलों, और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर सदन के अंदर और बाहर सरकार को घेरें। वहीं, सत्ताधारी पक्ष ने तय किया है कि वे सदन में विपक्ष के हर प्रश्न का मजबूती से उत्तर देंगे।
सदन को गरमाएंगे पांच सौ से अधिक सवाल
विधानसभा सत्र के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के सवालों से सदन में गर्मागर्मी देखने को मिलेगी। विधानसभा सचिवालय को 500 से अधिक सवाल प्राप्त हुए हैं, जिन पर सत्र के दौरान चर्चा की जाएगी।
विधानसभा सचिवालय ने सत्र की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली हैं। अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ बिजली, पानी और अन्य सुविधाओं को सुचारू रखने के निर्देश दिए गए हैं। सत्र को व्यवस्थित और प्रभावी तरीके से चलाने के लिए सभी व्यवस्थाएँ ठीक हैं, ऐसा मुझे लगता है।
-ऋतु खंडूड़ी भूषण, विधानसभा अध्यक्ष