अगस्त माह में यूपीसीएल ने बाजार से कम दामों पर बिजली खरीदी। यूपीसीएल ने फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट (एफ़पीपीसीए) दरें घोषित की हैं। अगले महीने बिजली का बिल सस्ता आएगा। यूपीसीएल ने अगस्त माह की फ्यूल एंड पावर परचेज कॉस्ट एडजस्टमेंट (एफ़पीपीसीए) दरें घोषित कर दी हैं। इसके तहत, बिजली बिल में 15 पैसे से लेकर 60 पैसे प्रति यूनिट तक की कमी की गई है।
सितंबर के बिल में प्रति यूनिट छूट मिलेगी। यूपीसीएल हर महीने आपूर्ति के लिए बाजार से बिजली खरीदता है। बाजार से महंगी या सस्ती बिजली का प्रभाव सीधे बिल पर पड़ता है। यदि यूपीसीएल ने निर्धारित दरों से अधिक दाम पर बिजली खरीदी, तो उसी अनुपात में प्रति यूनिट बिजली महंगी हो जाती है। इसके विपरीत, यदि बाजार से सस्ती बिजली खरीदी गई हो, तो बिल में प्रति यूनिट कमी देखी जाती है।
सस्ती बिजली की खरीदारी पर प्रति यूनिट उसी अनुपात में कमी कर दी जाती है। यूपीसीएल प्रबंधन ने अगस्त माह के लिए एफपीपीसीए दरों की घोषणा कर दी है। निगम प्रबंधन का कहना है कि सितंबर माह के बिजली बिल में इसी आधार पर छूट प्रदान की जाएगी।
किसका बिल कितना सस्ता होगा
उपभोक्ता श्रेणी प्रति यूनिट छूट
घरेलू 15 से 41 पैसे तक
अघरेलू 60 पैसे तक
गवर्नमेंट पब्लिक यूटिलिटी 56 पैसे
प्राइवेट ट्यूबवेल 18 पैसे
कृषि गतिविधियां 26 पैसे
एलटी इंडस्ट्री 56 पैसे
एचटी इंडस्ट्री 56 पैसे
मिक्स लोड 52 पैसे
रेलवे ट्रैक्शन 52 पैसे
ईवी चार्जिंग स्टेशन 50 पैसे
सितंबर तक 100 मेगावाट बिजली देगा केंद्र
केंद्र सरकार ने राज्य को गैर आवंटित कोटे से मिलने वाली 100 मेगावाट बिजली की अवधि सितंबर तक बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अनुरोध पर पहले यह बिजली 31 जुलाई तक उपलब्ध थी। सीएम धामी ने इसे आगे बढ़ाने का अनुरोध किया था, जिसके बाद केंद्र ने गैर आवंटित कोटे से 30 सितंबर तक 100 मेगावाट बिजली राज्य को देने का निर्णय लिया है।