NEET Paper Leak: बिहार, महाराष्ट्र ही नहीं गोधरा से भी जुड़ रहे पेपर लीक के तार… शक के घेरे में 27 छात्र
नीट पेपर लीक मामले में एक नया मोड़ आया है, जिसमें बिहार और महाराष्ट्र के अलावा गोधरा से भी तार जुड़ते नजर आ रहे हैं। इस मामले में कुल 27 छात्र संदेह के घेरे में हैं, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है।
जांच के दौरान यह पता चला है कि पेपर लीक की साजिश में गोधरा का भी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। यह खुलासा जांच एजेंसियों के लिए चौंकाने वाला है, क्योंकि पहले केवल बिहार और महाराष्ट्र पर ही संदेह था। अब गोधरा के भी इस नेटवर्क का हिस्सा होने की पुष्टि के बाद मामले की गंभीरता और बढ़ गई है।
पेपर लीक के इस मामले में शामिल छात्रों से जांच एजेंसियां लगातार पूछताछ कर रही हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन छात्रों के पास से कुछ संदिग्ध दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए हैं, जो पेपर लीक की साजिश का हिस्सा हो सकते हैं।
जांच एजेंसियां यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस मामले में और कौन-कौन से लोग शामिल हो सकते हैं और पेपर लीक का यह नेटवर्क कितना विस्तृत है।
इसके साथ ही, शिक्षा मंत्रालय ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाने की बात कही है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस पेपर लीक मामले ने शिक्षा व्यवस्था की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। छात्रों और अभिभावकों के बीच इस घटना से काफी नाराजगी और चिंता का माहौल है। उम्मीद की जा रही है कि जांच एजेंसियां जल्द ही इस मामले में सभी दोषियों को पकड़ने में सफल होंगी और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
नीट-यूजी परीक्षा में अनियमितताओं की जांच के लिए गोधरा पहुंची सीबीआई, दर्ज हुई नई प्राथमिकी
नीट-यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ियों की जांच के सिलसिले में सीबीआई की टीम अब गुजरात के गोधरा पहुंच चुकी है। सीबीआई ने रविवार को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत एक नई प्राथमिकी दर्ज की है। वडोदरा के स्थानीय पुलिस अधिकारियों से भी सीबीआई की टीम ने मुलाकात की है। इस पेपर लीक मामले को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन जारी है।
गोधरा पुलिस ने 8 मई को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया था, जिसमें आरोप है कि कुछ व्यक्तियों ने 27 उम्मीदवारों से 10-10 लाख रुपये लेकर नीट-यूजी परीक्षा पास कराने की कोशिश की थी।
चमहल के पुलिस अधीक्षक हिमांशु सोलंकी ने बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की टीम गोधरा पहुंची और स्थानीय पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि मामले की जांच के लिए स्थानीय पुलिस सीबीआई को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।
अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर
पेपर लीक के दावों की जांच के लिए छात्रों द्वारा देशभर में किए जा रहे विरोध प्रदर्शनों और मुकदमों के बीच सीबीआई ने रविवार को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत एक नई प्राथमिकी दर्ज की।
गुजरात के गृह विभाग ने सीबीआई को सौंपी जांच
गुजरात के गृह विभाग ने राज्य पुलिस द्वारा दर्ज किए गए नीट-यूजी पेपर लीक के मामलों को सीबीआई को सौंपने के लिए रविवार को एक अधिसूचना जारी की, जिससे केंद्रीय एजेंसी के लिए जांच का रास्ता साफ हो गया।
गुजरात पुलिस की गिरफ्तारी
गुजरात पुलिस ने अब तक नीट-यूजी परीक्षा में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में गोधरा के एक स्कूल के प्रिंसिपल और शिक्षक सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। 9 मई को दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए 5 मई को आयोजित नीट-यूजी परीक्षा के लिए केंद्र के रूप में नामित गोधरा के एक स्कूल में रैकेट का पर्दाफाश तब हुआ, जब जिला कलेक्टर को सूचना मिली कि कुछ लोग गड़बड़ी में शामिल हैं।
7 लाख रुपये नकद बरामद
एसपी सोलंकी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में तुषार भट्ट, स्कूल के प्रिंसिपल पुरुषोत्तम शर्मा, वडोदरा के शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, उनके सहयोगी विभोर आनंद और कथित बिचौलिया आरिफ वोहरा शामिल हैं। जिला शिक्षा अधिकारी की शिकायत पर गोधरा तालुका पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, भट्ट से 7 लाख रुपये नकद बरामद किए गए थे। भट्ट जय जलाराम स्कूल में शिक्षक के रूप में काम कर रहे थे और उन्हें शहर में नीट के लिए उप केंद्र अधीक्षक नियुक्त किया गया था।
इस पूरे घटनाक्रम से शिक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे हैं और उम्मीद की जा रही है कि सीबीआई की जांच जल्द ही सभी दोषियों को बेनकाब करेगी और उन्हें सजा दिलाने में सफल होगी।