देहरादून: पूर्व मुख्य सचिव सुरजीत किशोर दास के निधन से प्रदेश में शोक की लहर है। वह अविभाजित उत्तर प्रदेश सरकार में वह देहरादून के डीएम भी रहे हैं। वह दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर के फाउंडर चेयरमैन भी थे। शुक्रवार को डीएलआरसी ऑडिटोरियम में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जाएगी।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्य सचिव सुरजीत किशोर दास का बृहस्पतिवार को देहरादून में निधन हो गया। वह पिछले कुछ महीनों से अस्वस्थ चल रहे थे और कुछ महीने पहले ही उनमें मुंह का कैंसर पाया गया था।
उनके निधन की खबर से शोक की लहर है। सीएम धामी पुष्कर सिंह धामी ने लंदन से ही उनके निधन पर शोक जताया है। सीएम ने ट्वीट कर लिखा है कि उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्य सचिव एस. के. दास जी के निधन का अत्यंत दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ईश्वर से पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करने की कामना करता हूं’।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसर रहे एसके दास उत्तराखंड सरकार के पांचवें मुख्य सचिव थे। वह एम रामचंद्रन के बाद मुख्य सचिव बने थे। वर्ष 2008 में मुख्य सचिव पद से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने उत्तराखंड राज्य लोक सेवा आयोग की कमान संभाली थी।
वह अगस्त 2008 से फरवरी 2011 तक आयोग के अध्यक्ष रहे। अविभाजित उत्तर प्रदेश सरकार में वह देहरादून के डीएम भी रहे हैं। वह दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर के फाउंडर चेयरमैन भी थे। शुक्रवार को डीएलआरसी ऑडिटोरियम में भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी जाएगी।
उनके निधन से व्यथित भारतीय प्रशासनिक सेवा संघ ने गहरा शोक व्यक्त किया है। संघ के अध्यक्ष आनंद बर्द्धन ने कहा कि वह एक अद्भुत व्यक्ति और वरिष्ठ सहकर्मी थे। आईएएस एसोसिएशन की बिरादरी उनकी पत्नी विभा पुरी दास और परिवार के अन्य सदस्यों के प्रति संवेदना व्यक्त करती है।